नई दिल्ली। वर्तमान सरकार की नीतियों का विरोध, खासकर जीएसटी और वकीलों के चैंबर में बिजली दरों की वृद्धि के विरोध में दिल्ली के वकील महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर कल यानी शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन करेंगे। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलिगेट और एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि वकालत एक सम्मानित पेशा है, यह कोई व्यापार नहीं है। लेकिन, केंद्र की मोदी सरकार ने हमारे पेशा पर जीएसटी लगाकर इसे व्यापार माना है। यह हमारे पेशा के लिए घातक है। हम वकील बंधु इसका प्रतिकार करेंगे। इसलिए हमने और हमारी कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि हम राष्ट्पिता महात्मा गांधी की समाधि पर शुक्रवार को एकत्र होंगे और अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि पूरी दुनिया को पता है कि हमारे बापू एक प्रसिद्ध वकील थे। इसलिए भी हम उनकी समाधि पर एकत्र हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मास्टर प्लान के अनुसार, वकीलों के आॅफिसों की संपत्ति पर कर लागू नहीं होता है, लेकिन हम वकीलों से संपत्ति कर वसूला जाता है। यह भी असहनीय है। केंद्र और दिल्ली सरकार एक के बाद एक तरीके से वकीलों को परेशान कर रही है। हम अपने वकील बंधुओं से आह्वान करते हैं कि वे अधिक से अधिक संख्या में राजघाट पहुंचे और अपने हक और हुकूक की आवाज बुलंद करें।