नई दिल्ली। कोविड.19 के चलते देश भर में शिक्षण संस्थान बंद हैं. इसे ध्यान में रखते हुए भारत की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी पाठ्यपुस्तक व शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने वाली कंपनी एस. चंद एंड कंपनी ने उत्तर प्रदेश् में अपने पर्सनलाइज़्ड होम लर्निंग ऐप लर्नफ्लिक्स को लांच करने की घोषणा की है।
लर्नफ्लिक्स, ऐप पर कक्षा 6 से 10 तक गणित और विज्ञान की सपूर्ण पढ़ाई की जा सकती है। यह पाठ्यक्रम सीबीएसई , आईसीएसई तथा अन्य राज्यकीय बोर्डों के नवीनतम सिलेबस पर आधारित है। लर्नफ्लिक्स यूज़रफ्रैंडली ऐप है इसके अनूठे फीचरों में शामिल हैं- इजी एक्सेस (वन सबस्क्रिप्शन और सबकुछ एक्सेस करना ) तथा कठिनाईयों के विभिन्न स्तरों के साथ असीमित अभ्यास टैस्ट। अन्य प्रमुख फीचर हैं- निजीकृत पढ़ाई कहीं भी कभी भी दिलचस्प एनीमेटेड वीडियो, क्विज़, अभ्यास करने हेतु नोट्स/ सारांश, सैम्पल पेपर, गहन-केन्द्रित और कार्यात्मक योग्य विश्लेषण, व्यक्तिगत सीखने की सुविधा और जिन क्षेत्रों में विकास की आवश्यकता हो उनके लिए उपाय । इसके अलावा, प्रसिद्ध लेखकों (जैसे लखमीर सिंह, मनजीत कौर, पी एस वर्मा आदि) की ई-बुक्स भी ऐप पर उपलब्ध हैं।
लर्नफ्लिक्स हर लिहाज़ से सबसे किफायती डिजिटल लर्निंग सोल्यूशन है। इसमें उच्च गुणवत्ता की वीडियो सामग्री उपलब्ध है। कक्षा 6 से 8 तक के लिए इसकी कीमत रु- 1999 प्रति कक्षा प्रति वर्ष है तथा कक्षा 9 से 10 तक के लिए कीमत रु- 2499 प्रति कक्षा प्रत्रि वर्ष है।
ऐप के परिक्षण के शुरूआती चरण पर पहले ही अमल हो चुका है और इसे उत्तर प्रदेश के 5 स्कूलों द्वारा अपना लिया गया है जिनमें से कुछ हैं- सेठ ,एम-आर- जयपुरिया स्कूल, लखनऊ, बुद्धा पब्लिक स्कूल, बहराइच आदि। इस ऐप का शुल्क उचित व आकर्षक है तथा देश में उपलब्ध अन्य लर्निंग ऐप के मुकाबले यह बहुत किफायती है। इससे इस, ऐप को देश भर के स्कूलों और विद्यार्थियों के बीच व्यापक स्वीकार्यता मिलेगी। खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में यह ज्यादा लोकप्रिय होगी जहां के विद्यार्थी अपने मासिक जेबखर्च पर इसे खरीद सकते है।
लर्नफ्लिक्स के लांच पर ,एस.चंद ग्रुप के प्रबंध निदेशक श्री हिमांशु गुप्ता ने कहा, ’’कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थिर्यों के लिए लर्नफ्लिक्स को लांच कर के हम बहुत प्रसन्न हैं। केवल एक सबस्क्रिप्शन पर ही यह, ऐप सारे फीचर्स मुहैया करा देता है। यह बहुत ही किफायती ,ऐप है और छोटे “शहरों व कस्बों में रहने वाले विद्यार्थी भी इसे वहन कर सकते हैं। यह ,एक संयोग है कि जब इस लॉकडाउन में सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं तब यह, ऐप लांच के लिए तैयार है। हमें आशा है कि यह ऐप उत्तर प्रदेश के शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए अत्यंत सहायक साबित होगा. विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार इससे पढ़ाई कर सकते हैं और शिक्षक दूरस्थ शिक्षण हेतु इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।’’
इस ऐप के लांच की योजना पर उन्होंने कहा, ’’टियर-2 और टियर-3 शहरों में हम लर्निंग ऐप की भारी मांग देख रहे हैं। अनुमान है कि भारत में ऑनलाइन शिक्षा के उपयोगकर्ताओं की संख्या 2021 में 96 लाख हो जाएगी जो कि 2016 में 16 लाख थी। यह वृद्धि मुख्य रूप से टियर 2 और 3 शहरों और कस्बों से होगी। हमारा लक्ष्य है कि इस साल के अंत तक हमारे ऐप को 1 लाख से अधिक डाउनलोड किया जाए। हमारे ऐप को डाउनलोड करने वालों में बड़ी तादाद सबस्क्राइबरों की होगी क्योंकि हम मुख्यतः स्कूलों के जरिये इसे आगे बढ़ा रहे हैं।’’