नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बुधवार की शाम को होने वाले फेरबदल व विस्तार से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्री पद के संभावित चेहरों के साथ अपने आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा भी प्रधानमंत्री आवास पर मौजूद थे।
इस बैठक की समाप्ति के बाद ही केंद्रीय मंत्रिपरिषद से कुछ मंत्रियों के इस्तीफे का सिलसिला भी आरंभ हो गया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘‘निशंक’’, केंद्रीय श्रम व रोजगार राज्यमंत्री संतोष गंगवार (स्वतंत्र प्रभार), केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा, शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे, महिला व बाल विकास राज्यमंत्री देवोश्री चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है।
कुछ और मंत्रियों के इस्तीफा देने की खबरें हैं। एक सूत्र ने बताया कि रमेश पोखरियाल निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है। निशंक कुछ समय पहले कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे। ठीक होने के बाद उन्हें दोबारा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर अस्तपाल में भर्ती होना पड़ा था।
सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिपरिषद विस्तार में 43 चेहरों को शामिल किया जा सकता हैं। साथ ही कुछ मंत्रियों को पदोन्नत किया जा सकता है। इस मंत्रिपरिषद में युवाओं और प्रशासिनक क्षमता वाले नेताओं को शामिल किया जा सकता हैं। इनमें चार पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है उनमें भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, हरियाणा के सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल, दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी, उत्तराखंड के नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद अजय भट्ट, कर्नाटक के उडुपी चिकमगलूर से सांसद शोभा करंदलाजे, महाराष्ट्र के बीड से सांसद प्रीतम मुंडे, महाराष्ट्र के भिवंडी से सांसद कपिल पाटिल, महाराष्ट्र के ही दिन्डोरी से सांसद भारती पवार, उत्तर प्रदेश के खीरी से सांसद अजय मिश्रा और पश्चिम बंगाल के बनगांव के सांसद शांतनु ठाकुर प्रमुख हैं।
प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में ये सभी नेता शामिल थे। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और बंदरगाह, पोत और जलमार्ग परिवहन मंत्रालय के साथ ही रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में राज्यमंत्री मनसुख भाई मांडविया, विद्युत मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह और आवासन तथा शहरी विकास और नागर विमानन मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी सहित कुछ अन्य वर्तमान मंत्रियों की पदोन्नति हो सकती है। ये सभी प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में उपस्थित थे।
सहयोगी दलों में से जनता दल (यूनाइटेड) के आरसीपी सिंह का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जदयू कोटे से तीन और नेताओं को राज्यमंत्री बनाया जा सकता है। अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल और लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के पशुपति पारस को भी मंत्री पद से नवाजा जा सकता है।
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री से मिलने वाले सभी नेता, शाम छह बजे राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में, मंत्री पद की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार करने वाले हैं। मौजूदा मंत्रिपरिषद में कर्नाटक के राज्यपाल बनाए गए केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत सहित कुल 53 मंत्री हैं और नियमानुसार केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों की अधिकतम संख्या 81 हो सकती है।