भोपाल। बीते डेढ़ दशक तक पत्रकारिता में सक्रिय दीप्ति अंगरीश अब अपनी कविता संग्रह लेकर आई है। लव, प्रेम, स्नेह, इश्क जो भी कह लीजिए। चीजें एक हैं, लेकिन उम्र के साथ भाव बदलते हैं। इन्हीं भावों को लेकर पत्रकार दीप्ति अंगरीश ने अपनी 74 कविताओं को इस पुस्तक में संजोया है। पुस्तक का नाम है – एडल्ट चुस्कियां’।
सुश्री दीप्ति अंगरीश ने भोपाल में अपनी कविता संग्रह एडल्ट चुस्कियां को मध्य प्रदेश के गृहमंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा को भेंट की। गृहमंत्री ने लेखन की प्रशंसा की और अपनी शुभकामनाएं दी। गृहमंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिल्ली की पत्रकार और लेखिका सुश्री दीप्ति अंगरीश ने मुलाकात की औार अपनी नई कविता संग्रह ‘एडल्ट चुस्कियां’ भेंट की। इनकी 74 कविताओं में जीवन के कई भावों को समेटा गया है। मैं इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
मंत्री को अपनी पुस्तक भेंट करने के बाद लेखिका दीप्ति अंगरीश ने बताया कि मंत्री ने पुस्तक की कुछ कविताओं को पढ़ा और कहा कि इसमें जो भाषा और भाव भंगिमा है, वह आज के युवाओं और प्रौढ़ के प्रेम -स्नेह को लेकर है। उम्मीद है कि आज की पीढ़ी को यह कविता संग्रह पसंद आएगी। इस पुस्तक में लेखिका दीप्ति अंगरीश स्वयं लिखती हैं कि एक पत्रकार होने के नाते माहौल का पूर्व आकलन करना और दिल से उसमें डूबकर रिपोर्ट तैयार करना ही इस पुस्तक को लिखने का पहला कारण है। पत्रकार दिल जब किसी काम को हाथ में लेता है, तो लक्ष्य पर पहुंचने के लिए गोते लगाता है। यही मेरी पहली कविता संग्रह के साथ है। कविता में अपने भावों को पहले भी पिरोती थी। जब ये भाव एक साथ गुंथ कर आए तभी आपके हाथों तक पहंचे। तभी इन कविताओं को यदि भावों का विस्फोटन कहूं, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
भोपाल में मध्य प्रदेश के गृहमंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा जी को अपनी कविता संग्रह "एडल्ट चुस्कियां" भेंट की। कई विषयों पर उनसे बात भी हुई। pic.twitter.com/DMPtUPU2yK
— DEEPTI ANGRISH (@deepti_angrish) September 12, 2021
बता दें कि पुस्तक में कुल 74 कविताएं हैं, जो प्रेम के कई रूपों को लेकर लिखी गई है। इस पुस्तक का प्रकाशन सरोजिनी पब्लिकेशंस, नई दिल्ली ने किया है। भोपाल में डिजियाना मीडिया समूह के ग्रुप एडिटर श्री रिजवान अहमद सिद्दीकी और डिजियाना मीडिया समूह के सलाहकार संपादक श्री कृष्णमोहन झा ने भी इस पुस्तक की सराहना की है। इन दोनों ने कहा कि कविता लिखते समय लेखिका को पत्रकारीय सरोकार और अनुभव काम आए। जिस बारीकि से दीप्ति अंगरीश ने जीवन के कई अनछुए प्रसंगों को छुआ है, वह काबिलेतारीफ है।