नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जैसे ही राजधानी में अजित डोभाल से मुलाकात की है, उसके बाद कई कांग्रेसी नेता सकते में आ गए हैं। कइयों को डर है कि यदि कैप्टन ने कुछ ऐसा-वैसा राज खोल दिया, तो मुश्किलें बढ़ जाएगी। 24 अकबर रोड में आपसी चर्चा में कई नेता इस मसले पर बात करते दिखे, लेकिन कोई सीधे मुंह कुछ कहने को तैयार नहीं हुआ।
इस मुलाकात के बाद स्वयं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सुरक्षा चिंताओं को लेकर मैं उनसे मिला हूं। मैं मुख्यमंत्री भले ही नहीं हूं, लेकिन पंजाब तो हमारा है…पहले जैसे हालात न पैदा हों, एनएसए से मुलाकात का यही मकसद था।
असल में,पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। अमरिंदर सिंह ने डोभाल के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की और दोनों के बीच करीब 30 मिनट तक बैठक चली। मिलने के बाद डोभाल गृह मंत्री अमित शाह के आवास के लिए निकल गए।
इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की जिसके बाद उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गईं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पंजाब में दलित समुदाय के एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया जाना कुछ लोगों को हजम नहीं हो रहा है और शाह का निवास दलित विरोधी राजनीति का केंद्र बन गया है।