नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया ने सोमवार को त्रिपुरा के चार पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार और उन पर हुए क्रूर हमले के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। रिपोर्ट के अनुसार, छह पत्रकार रात करीब 1 बजे चंद्रपुर अंतरराज्यीय बस टर्मिनस की ओर जा रहे थे, तभी उनकी मोटरसाइकिल को एक चार पहिया वाहन ने रोक लिया। वाहन में सवार हथियारबंद लोगों ने बिना किसी चेतावनी के पत्रकारों पर हमला कर दिया।
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के अध्यक्ष रास बिहारी ने त्रिपुरा में पत्रकारों पर हुए क्रूर हमलों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सच्ची तस्वीर दिखाने की आजादी है। उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मियों पर हमलों के मामलों को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में भी उठाया जाएगा। पत्रकारों पर बढ़ते हमलों को लेकर जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी। रास बिहारी ने कहा कि मीडियाकर्मियों पर किसी भी तरह का हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं।
हालांकि पत्रकारों ने हमलावरों में से तीन सुकांत देबनाथ, आकाश बनिक और सौरव भट्टाचार्य की पहचान कर ली है, लेकिन अन्य अज्ञात हैं। हमलावरों ने पत्रकारों से नकदी, सोने के आभूषण लूट लिए, दो मोबाइल फोन और एक कैमरा क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रसेनजीत भट्टाचार्य, बिजॉय सिंघा रॉय, प्रणब शील और मिहिर सरकार पर पहले ही एफआईआर दर्ज कर ली गई है और उन्होंने हमले को लक्षित हमला बताया है। ड्यूटी पर तैनात होने के दौरान हथियारबंद बदमाशों के एक समूह ने उन पर घात लगाकर हमला किया। हालांकि वे घायल होने के बावजूद भागने में सफल रहे, लेकिन उन्होंने हमें भविष्य में भी हिंसा करने की धमकी दी।