गोदरेज मैजिक ने ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे पर सेहतमंद जीवनैशली के लिए हाथों को साफ रखने का महत्व समझाया

 

नई दिल्ली। नेशनल सैम्पल सर्वे (एनएसएस) द्वारा भारत में कराए गए एक सर्वे के अनुसार 35.82% आबादी खाना खाने से पहले नियमित रूप से हाथों को साफ करती है। वहीं, 60% लोग केवल पानी से हाथ धोते हैं। कुछ रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि नियमित रूप से हैंडवॉश करने की आदत जो कम हो गई थी, वो कोविड-19 के बाद फिर से पटरी पर लौट आई। ऐसे में लोगों के बीच हाथों की सफाई की आदतों के बारे में बताना और उसे बनाए रखना बेहद जरूरी है। इस साल ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे (अक्टूबर 15) की थीम है, “हाथों की स्वच्छता अभी भी इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?” संक्रमण से बचाव के लिए हाथों की स्वच्छता के महत्व को दिखाती है।

 

इस थीम को ध्यान में रखते हुए गोदरेज मैजिक हैंडवॉश ने ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे के मौके पर हाथों को सही तरीके से धोने की आदत को आगे बढ़ाने और इसे बनाए रखने के लिए एक जागरूकता अभियान शुरू किया है। गोदरेज मैजिक हैंडवॉश, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) का एक रेडी-टू-मिक्स हैंडवॉश है। इस अभियान में एक जरूरी सच्चाई बताई गई है: हाथों की स्वच्छता कभी भी सतही तौर पर नहीं पाई जा सकती। हाथ धोना महत्वपूर्ण है लेकिन इस अभियान में बताया गया है कि बीमारियों की रोकथाम और एक सेहतमंद लाइफस्टाइल के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

अपने इस संदेश को और मजबूती देने के लिए गोदरेज मैजिक ने एक मजेदार लेकिन प्रभावी तरीके से हाथों को धोने का महत्व बताने वाली डिजिटल फिल्म जारी करने के लिए गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप के स्वामित्व वाले मीडिया मंच, गोदरेज एल’ अफेयर के साथ साझेदारी की है। क्या हो यदि हम अपने जीवन में शॉर्टकट अपनाएं? अधूरे प्रयासों के परिणाम भी अधूरे ही होते हैं और स्वच्छता भी उससे अलग नहीं। जरा सोचिए आप उन चीजों के साथ अपना पूरा दिन गुजारने की कोशिश करते हैं, जिन पर निर्भर हैं-जैसे आधा लंच, आधी डेस्क या फिर आधी कुर्सी। ऐसे में यदि हम हाथों को आधा-अधूरा ही साफ करते हैं तो उसका अंजाम क्या होगा? हंसी-मजाक और समझदारी भरी परिस्थितियों के साथ इस फिल्म में बहुत ही साधारण लेकिन महत्वपूर्ण संदेश दिया गया है: सही स्वच्छता ‘पूरी होती है या फिर कुछ नहीं’।

 

गोदरेज मैजिक ने बच्चों में सही तरीके से हाथों की सफाई की आदत को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा में समानता के लिए कार्यरत गैर-लाभकारी संस्थान टेक फॉर इंडिया के साथ साझेदारी की है। इस पहल के अंतर्गत, टीच फॉर इंडिया नेटवर्क के विद्यार्थियों को हाथों की स्वच्छता के प्रभावी आदतों को बनाए रखने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रयास से 500 से अधिक क्लासरूम में बच्चे शिक्षित होंगे।

 

इस कैम्पेन के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए, नीरज सेंगुट्टुवन, हेड, मार्केटिंग (पर्सनल केयर), गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीपीसीएल) का कहना है, “ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे इस बात का एक सटीक रिमांडर है कि हाथों की स्वच्छता बनाए रखना पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है, भले ही कोविड के बाद जिंदगी सामान्य क्यों ना हो गई हो। गोदरेज मैजिक हैंडवॉश के साथ हम ना केवल एक प्रोडक्ट पेश कर रहे हैं, बल्कि सोच में आए बदलाव को आगे बढ़ाने का काम रहे हैं। यह इस बात को सुनिश्चित करने के लिए है कि हर बार ही उचित हाईजीन जरूरी है। भारत के पहले पाउडर-टु-लिक्विड हैंडवॉश होने के नाते, गोदरेज मैजिक इनोवेशन को बढ़ावा दे रहा है, सिर्फ 10 रुपए की किफायती कीमत में पर्याप्त स्वच्छता को आसान बना रहा है, और हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक अहम हिस्सा है।’’

 

सुजीत पाटिल, चीफ कम्युनिकेशंस ऑफीसर, गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप, कहते हैं, “गोदरेज एल’अफेयर, गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप के स्वामित्व वाला मीडिया मंच है। जीवन की छोटी-छोटी बातों को लेकर सार्थक बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए इसकी नींव रखी गई थी। स्वच्छता और स्वास्थ्य व्यक्तिगत जीवन के महत्वपूर्ण पहलू होते हैं। यह कोविड-19 के बाद हाथ धोने की कम होती गंभीरता पर आधारित है, इसलिए हमने सोचा कि प्रभावी रूप से हाथ धोने की आदत के बारे में बताने का यह एकदम सही मौका है। इस कैम्पेन के माध्यम से हम ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे मना रहे हैं और हम चाहते हैं कि लोग इस बात को याद रखें कि हाथों की बेहतर स्वच्छता से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। यह सेहतमंद लाइफस्टाइल का एक अभिन्न हिस्सा और जिंदगी को पूरी तरह जीने में इससे मदद मिल सकती है।’’

 

बच्चों के बीच पहुंच बढ़ाने के प्रोग्राम के बारे में, टीच फॉर इंडिया के फाउंडर और सीईओ, शाहीन मिस्त्री कहती हैं, “बच्चों में अच्छी आदतें डालने से ताउम्र के लिए सेहत की नींव तैयार होती है। बच्चों को स्वच्छता का महत्व और हाथ धोने के सही तरीके के बारे में बताना उनकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। यही वजह है कि गोदरेज मैजिक, टीच फॉर इंडिया के साथ मिलकर 500 से अधिक क्लासरूम में बच्चों को हाथों की स्वच्छता के बारे में सिखाने के लिए एक प्रोग्राम चला रहे हैं। टीच फॉर इंडिया नेटवर्क के वॉलंटियर्स क्लासरूम में लाइव हाथ धोने के सही तरीके के बारे में बता रहे हैं और बच्चों को काफी शिक्षाप्रद अनुभव मिल रहा है।’’

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.