नई दिल्ली। देश में सबसे ज्यादा कारों की बिक्री करने वाली मारुति सुजुकी ने एक बार फिर सेल के मामले में रिकॉर्ड बनाया है। मारुति की तरफ से घोषणा की गई कि उसने आॅटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली 3 लाख से ज्यादा कारें भारत में बेच ली हैं। कंपनी की तरफ से पहली बार सेलेरियो हैचबैक के आॅटोमेटिक मॉडल को साल 2014 में पेश किया था। जापानी कार निर्माता कंपनी इस समय 7 मॉडल के आॅटोमेटिक वर्जन की बिक्री कर रही है। अभी मारुति की जिन कारों के एएमटी वर्जन उपलब्ध हैं उनमें आॅल्टो के10, वेगनआर, सिलेरियो, स्विफ्ट, इग्निस, डिजायर और विटारा ब्रीजा हैं। एएमटी गियरबॉक्स खरीदारों के बीच काफी पापुलर है। फिलहाल एएमटी मॉडल में 43 प्रतिशत सेलेरियो की बिक्री हुई है। वहीं 28 प्रतिशत इग्निस और 17 फीसदी डिजायर की बिक्री हुई है। कंपनी की तरफ से यह भी दावा किया गया कि एएमटी मॉडल की बिक्री 2017-18 में 2014-15 से बढ़कर तीन गुनी हो गई है। मारुति ने साल 2018-19 में दो लाख से ज्यादा आॅटोमेटिक कारें बेचने का लक्ष्य रखा है। आॅटो गियर शिफ्ट टेक्नोलॉजी की कामयाबी पर कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आरएस कल्सी ने कहा मारुति सुजुकी अपने ग्राहकों को बेस्ट टेक्नोलॉजी प्रदान करता है। आॅटो गियर शिफ्ट टेक्नोलॉजी लंबे सफर में ड्राइवर को आराम देने के लिए फ्यूल एफिशिएंट भी है। ग्राहकों के बीच आॅटोमेटिक ट्रांसमिशन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। पांच साल में एएमटी तकनीक वाली 3 लाख कारों की बिक्री इसकी लोकप्रियता हो दशार्ता है। अगले वित्त वर्ष में हमने इसकी 2 लाख कारों की बिक्री का लक्ष्य रखा है। मारुति को देखकर कई कार निमार्ताओं ने भी अपने कार मॉडल्स में आॅटोमेटिक ट्रांसमिशन की सुविधा देनी शुरू कर दी। टाटा की तरफ से टियोगो, टिगोर, नेक्सॉन में एएमटी वर्जन आॅफर किया जाता है। इसके अलावा महिंद्रा भी केयूवी 100, टीयूवी 300 में एएमटी आॅप्शन दे रही है। रेनो की एंट्री लेवर कार क्विड और कॉम्पैक्ट एसयूवी डस्टर में भी एएमटी वर्जन उपलब्ध है।