नई दिल्ली। योगेंद्र यादव के नेतृत्व वाली नवगठित राजनीतिक पार्टी स्वराज इंडिया के सतत संघर्ष का दिल्ली की लैंडपुलिंग नीति के क्रियान्वयन की दिशा में एक सकारात्मक असर हुआ है। पार्टी की दिल्ली देहात मोर्चा की जोरदार मुहिम के बाद डीडीए ने लैंडपुलिंग योजना को लागू करने के लिए जनसुनवाई की तारीख का ऐलान कर दिया है। डीडीए ने नीति पर सुझाव और आपत्ति सुनने के लिए 2 और 3 जुलाई की तारीख मुक्करर कर दी है।
खबर पर संतोष व्यक्त करते हुए पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनुपम ने कहा कि यह सही दिशा में लिया गया एक सकारात्मक कदम है। जब तक लैंडपुलिंग योजना को किसान हितैषी बनाकर जल्द से जल्द लागू नहीं किया जाता पार्टी की दिल्ली देहात मोर्चा द्वारा यह संघर्ष जारी रहेगा। हमारा उद्देश्य है कि दिल्ली देहात राजधानी के विकास से अछूता न रहे। ज्ञात ही कि कई सालों से अधर में लटके हुए लैंडपुलिंग योजना को लागू कराने के लिए स्वराज इंडिया ने पार्टी की दिल्ली देहात मोर्चा अध्यक्ष राजीव यादव के नेतृत्व में लगातार प्रयत्नशील रही है।
गत मंगलवार को भी सैकड़ों किसानों ने अपनी मांगों के साथ शहरी विकास मंत्रालय का घेराव किया था। जिसके पश्चात पुलिस कार्यवाई में स्वराज इंडिया के दिल्ली प्रदेश पदाधिकारियों समेत सभी को डिटेन कर लिया गया था। केंद्रीय मंत्री हरदीप पूरी ने ट्वीट करते हुए प्रदर्शन को फेक न्यूज करार दिया था। ट्विटर पर चली बहस में मंत्री जी लैंडपुलिंग मसले पर अनुपम के सवालों का जवाब देने की बजाए स्वराज इंडिया के प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगाते रहे। लेकिन डीडीए द्वारा आज आयी जनसुनवाई की खबर को सकारात्मकता से देखा जा रहा है।