नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) को आयकर विभाग ने कारण बताओ नोटिस भेजा है. आयकर विभाग ने आप से पूछा है कि 30.67 करोड़ रुपये आपसे क्यों न वसूले जाएं.आयकर विभाग के नोटिस पर आप ने कहा है कि हमारा चंदा पवित्र है और ये शत्रुतापूर्ण कार्रवाई है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय खजांची दीपक बाजपाई ने कहा कि ‘आयकर का ये नोटिस बोगस और आधारहीन है. हमारा चंदा पूरी तरह पारदर्शी और पहली बार किसी पाटी के चंदे को गैरकानूनी ठहराया गया है’ आयकर विभाग ने 7 दिसंबर को पार्टी से पक्ष रखने को कहा है. आयकर विभाग के नोटिस में आप पर चंदा नियमों के अनुकूल ना होने का आरोप लगाया है.
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को इनकम टैक्स विभाग ने 30 करोड़ 67 लाख रुपये का नोटिस भेजा है. आईटी विभाग के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने 13 करोड़ रुपये की आय का खुलासा नहीं किया है. अाप के कोषाध्यक्ष दीपक वाजपेयी ने आयकर विभाग के आदेश के हवाले से कहा कि पार्टी को वित्तीय वर्ष 2015-2016 में चंदे को आयकर के दायरे में बताते हुए इस पर कर अदायगी का नोटिस जारी किया गया है. वाजपेई ने इसे अभूतपूर्व घटना बताते हुए कहा, ‘स्वतंत्र भारत में शायद यह पहली बार हुआ होगा जब किसी किसी राजनीतिक दल के चंदे को गैरकानूनी बताते हुए कर योग्य आय बताया गया है. इसमें आप को दस रुपये से अधिक राशि के समूचे चंदे को कर के दायरे में शामिल किया गया है’. उन्होंने कहा कि आप ने राजनीतिक चंदे को पारदर्शी बनाने की पहल को आगे बढ़ाते हुए अपने एक-एक पैसे के चंदे को पहले ही सार्वजनिक किया है. उन्होंने इस कार्रवाई को केंद्र सरकार द्वारा विरोध की प्रत्येक आवाज को दबाने के लिये सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया.
आयकर विभाग के नोटिस में आप को इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए 34 बार समय देने के बावजूद कोई जवाब नहीं देने पर आयकर विभाग द्वारा 30 करोड़ रुपये का आयकर आंकलन करने के सवाल पर वाजपेई ने कहा कि आप के पास चंदे की पूरी राशि का हिसाब है. चंदे का हिसाब सार्वजनिक भी किया गया है जोकि किसी अन्य राजनीतिक दल ने नहीं किया है. उन्होंने कहा कि यह मामला अर्धन्यायिक संस्था के समक्ष विचाराधीन है, इसलिए इसका उपयुक्त जवाब पार्टी कानूनी तरीके से ही देगी. उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक सहित देश के किसी भी हिस्से से किसी भी माध्यम से मिले दस रुपये तक के चंदे को नोटिस में कर योग्य राशि करार दिया है. यह अपने आप में अप्रत्याशित है और इससे स्पष्ट है कि यह बदले की भावना से की गयी दमनकारी कार्रवाई है’.
इनकम टैक्स विभाग ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए हैं उन्होंने साल 2014-15 के दौरान चंदे की जानकारी छुपाई है. आरोप है
1. आम आदमी पार्टी ने अपने खाते में 13.16 करोड़ रुपये के चंदे की जानकारी नही लिखी
2.आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग को दी चंदे की जानकारी में 461 दान देने वालों की नाम और पते की जानकारी नही दी जिन्होंने 6.26 करोड़ रुपये दिए
3.जांच के दौरान पता चला कि AAP ने 36.95 करोड़ रुपये के चंदे की जानकारी वेबसाइट पर नही दी और पकड़े जाने पर वेबसाइट से सारी डिटेल हटा ली
4. AAP ने 29.13 करोड़ रुपये का चंदा चुनाव आयोग को नही बताया
5. AAP ने हवाला ऑपरेटर से 2 करोड़ रुपये का चंदा लिया
6 AAP ने जांच भटकाने की कोशिश की जबकि उनको 34 मौके दिए गए अपनी सफ़ाई पेश करने के
(इनपुट भाषा से)