नई दिल्ली। महिलाओं के लिए कोई दिन विशेष नहीं होता है। महिलाओं के कारण ही हमारा हर दिन खास होता है। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्ीय महिला दिवस है। इस दिन हम सब संकल्प लें कि महिलाओं को वो तमाम विशेष सुविधाएं दिलाएंगे, जिसकी वो हकदार हैं। एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी अंतर्राष्ट्ीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में बात कर रहे थे।
दिल्ली बार कौंसिल चुनाव में बैलट नंबर 156 पर चुनाव लड रहे एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि मैं कौंसिल चुनाव जीतने के बाद अपनी अधिवक्ता महिलाओं के लिए मातृत्व भत्ता की बात करूंगा। उनका प्रस्ताव है कि हर महिला अधिवक्ता को उनकी पे्रगनेंसी के अंतिम तीन महीने में प्रति माह दस हजार रूपये दिलाएंगे। साथ ही डिलीवरी के तीन महीने बाद तक प्रति माह 15 हजार रुपये की व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय और राज्य सरकारें मातृत्व अवकाश पर अपने कर्मियों अतिरिक्त भत्ता को सुविधाएं प्रदान करती हैं, तो दिल्ली बार कौंसिल भी महिला अधिवक्ताओं को मातृत्व अवकाश पर तमाम सुविधाएं उपलब्ध करा सकती है। एक सवाल के जवाब में एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि दिल्ली बार कौंसिल से हजारों महिलाएं जुडी हैं। सबकी परिस्थितियां एक जैसी नहीं होती है, इसलिए हमें पूरी लगन के साथ उनकी बेहतरी के लिए कारगर कदम उठाने होंगे। उनकी सुरक्षा, कोर्ट आने-जाने में उनके लिए यातायात आदि की सुविधाओं की व्यवस्था करना भी हमारी प्राथमिकताओं में से एक है।