भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में संगठन चुनावों का दौर चल रहा है, और नए साल में पार्टी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष मिलने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश में भी इस प्रक्रिया के तहत नया संगठन महामंत्री नियुक्त किए जाने की चर्चा तेज हो गई है।
हितानंद शर्मा पर असंतोष
2023 के विधानसभा चुनावों के बाद से ही मौजूदा संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को हटाने की चर्चा हो रही थी। यह चर्चा तब और जोर पकड़ी जब राजस्थान के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को तेलंगाना का संगठन महामंत्री नियुक्त किया गया। सूत्रों के मुताबिक, संघ और भाजपा नेतृत्व दोनों ही हितानंद शर्मा के कार्य से संतुष्ट नहीं हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं और राजनीतिक पंडितों का मानना है कि शर्मा अपने पूर्ववर्तियों कप्तान सिंह सोलंकी और अरविंद मेनन द्वारा स्थापित मानकों तक नहीं पहुंच सके। उनके कार्यकाल के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और संघ के साथ समन्वय में कमी देखी गई।
कई बार मिली शिकायतें
सूत्र बताते हैं कि हाल ही में एक पूर्व मंत्री ने हितानंद शर्मा पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते हुए केंद्रीय नेतृत्व से शिकायत की थी। यह मामला संघ के राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गया। संघ के वरिष्ठ प्रचारक और हितानंद को इस पद पर लाने वाले अधिकारी भी उनके कार्य से नाराज बताए जा रहे हैं।
संभावित उम्मीदवारों के नाम चर्चा में
हितानंद शर्मा की जगह लेने के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं।
मुकेश दीक्षित: समिधा के पूर्व कार्यालय मंत्री, जो संघ और भाजपा दोनों में मजबूत पकड़ रखते हैं। उनकी सरलता, व्यवहार कुशलता और संगठन गढ़ने की क्षमता को देखते हुए उन्हें प्रमुख दावेदार माना जा रहा है।
केशव बुदलिया: स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय संगठन सचिव।
ब्रजकांत चतुर्वेदी: महाकौशल प्रांत के प्रांत प्रचारक।
संभावित नियुक्ति दिसंबर में
सूत्रों के अनुसार, दिसंबर के पहले सप्ताह में नया संगठन महामंत्री नियुक्त किया जा सकता है। इस बार भाजपा ऐसे व्यक्ति को यह जिम्मेदारी सौंपने पर विचार कर रही है जो सर्वसुलभ और व्यवहारिक हो।
नए संगठन महामंत्री की नियुक्ति मध्य प्रदेश भाजपा में नया उत्साह लाने के साथ-साथ संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकती है।