नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018-19 के लिए बजट पेश कर दिया. मोदी सरकार का ये अंतिम पूर्ण बजट है. सरकार ने जहां इस बजट को सरकार और गरीबों के सपने पूरे करने वाला बताया, वहीं विपक्ष ने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. लेकिन इन सबके बीच सरकार के लिए एक संगठन की प्रतिक्रिया चिंता बढ़ाने वाली है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े संगठन भारतीय मजदूर संघ ने इस बजट पर अपनी निराशा जताई है. भारतीय मजदूर संघ की ओर से कहा गया है कि वह इस बजट से निराश है और इसके विरोध में शुक्रवार को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगा. आरएसएस के इस संगठन ने ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार में साझीदार शिवसेना ने इस पूरे बजट को चुनावी बजट बताया.