बायर यूथ एजी समिट में दो युवा लीडर्स करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व

नई दिल्ली। बायर यूथ एजी समिट के चौथे संस्करण का आयोजन नुफील्ड ब्राजील के साथ भागीदारी में नवंबर 4-6 को ब्रासिलिया, ब्राजील में होगा। यूथ एजी समिट, बायर एग्रीकल्चरल एज्युकेशन प्रोग्राम का हिस्सा है। यह 18 से 25 वर्ष के युवाओं चेंज-मेकर्स को एक साथ लाता है, ताकि बढ़ती आबादी की भूख मिटाने की चुनौतियों को दूर करने में उनकी मदद ली जा सके।

इस वर्ष की आवेदन प्रक्रिया के लिये, प्रत्येक संभावित प्रतिभागी ने यूनाइटेड नेशंस सस्टैनेबल डेवलपमेन्ट गोल्स (एसडीजी) के संदर्भ में खाद्य असुरक्षा से निपटने के लिये अपने विचार दिये । बायर को 140 देशों से लगभग 2,800 आवेदन मिले। प्रत्येक आवेदन की समीक्षा विशेषज्ञों के एक पैनल ने की और 45 देशों के 100 प्रतिनिधियों का चयन किया गया। इन चुने गये प्रतिनिधियों में उद्यमी, किसान, विद्यार्थी, पादप वैज्ञानिक और अर्थशास्त्री, आदि शामिल हैं। उनके आइडियाज विभिन्न चुनौतियों पर केन्द्रित हैं, जैसे कि खेती में लैंगिक समानता (gender equality), स्थायी कृषि (sustainable agriculture), युवाओं की शिक्षा, खाद्य अपशिष्ट (food waste) और जलवायु परिवर्तन (climate change)। यह सभी अलग-अलग पृष्ठभूमियों से आते हैं, लेकिन विश्व को भूख से मुक्त करने के लिये उनकी प्रतिबद्धता एक है।

 

एक बेहतर कल का निर्माण करने के लिए अगली पीढ़ी को सशक्त करने के लिये, उन्‍हें वर्तमान में एक आवाज मिलनी चाहिये। यूथ एजी समिट चुने गये 100 प्रतिनिधियों के लिये वैचारिक पोषण का काम करेगी। उनके विचार को साकार करने में उनकी मदद करेगी और उनकी परियोजनाओं के लिये आवश्यक कुशलता प्रदान करेगी। उन्हें विशेषज्ञों को सुनने और फील्ड ट्रिप्स में भाग लेने का मौका भी मिलेगा, ताकि वे कृषि उद्योग के बारे में अधिक सीख सकें।

यूथ एजी समिट 2019 में भारत का प्रतिनिधित्व बैंगलोर की 22 वर्षीय नित्या श्रीनिवासन और नई दिल्ली के 22 वषीर्य राघव सरीन करेंगे। नित्या ने यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली से अर्थशास्त्र में बी.ए. किया है और वर्तमान में वह येल यूनिवर्सिटी (Yale University) से इंटरनेशनल डेवलपमेन्ट इकोनॉमिक्स में मास्टर्स कर रही हैं। वो एक अंतर्राष्ट्रीय विकास शोधकर्ता, एक जुनूनी एजुकेटर हैं और खाद्य असुरक्षा को दूर करने के लिये स्थायी खाद्य उत्पादन एवं उपभोग तथा भारत की बढ़ती आबादी के लिये गुणवत्तापूर्ण पोषण प्रदान करने में योगदान देना चाहती हैं।

राघव ने यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली से अर्थशास्त्र में बी.ए. किया है। वो एक उद्यमी और यूआई/यूएक्स (यूजर इंटरफेस/ यूजर एक्सपीरियेन्स) डिजाइनर हैं। वो प्रौद्योगिकी-आधारित समाधानों से खाद्य सुरक्षा के लिये काम करना चाहता है, जो भारतीय कृषि में बड़े पैमाने का प्रभाव उत्पन्न कर सकें।

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