नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमिक्राॅन को लेकर बढ़ी चिंता के बीच कोविड टास्कफोर्स के प्रमुख वी के पॉल ने कहा कि इसपर टीका का प्रभाव कम हो सकता है इसलिए भारत के पास ऐसा टीका मंच होने चाहिए जो वायरस के बदलते स्वरूप के साथ वैक्सीन को विकसित कर सके। उद्योग संगठन सीआईआई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पॉल ने कहा कि भारत में कोविड-19 महामारी का कम और मध्यम स्तर का संक्रमण जारी है। अभी जो स्थिति है उसमें हमारे टीके अप्रभावी हो सकते हैं।
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि हमारे लिए यह आवश्यक है कि हमें त्वरित अनुकूलनीय टीका मंच होने को लेकर सुनिश्चित होना चाहिए। हमें ऐसी स्थिति के लिए खुद को तैयार रखना होगा, जहां हम बदलती परिस्थिति के अनुसार टीके में सुधार कर सकें।लेकिन यह हर तीन महीने में संभव नहीं है लेकिन प्रतिवर्ष यह संभव है।
मालूम हो कि भारत में अभी तक ओमिक्रॉन के 61 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा 28 केस महाराष्ट्र में मिले हैं, तो वहीं राजस्थान में 17, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, केरल में 1 और आंध्रप्रदेश में 1, दिल्ली में 6 और चंडीगढ़ में 1 केस सामने आया है। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 6,984 नए केस सामने आए हैं और 247 लोगों ने दम तोड़ा हा, जबकि 8,168 लोग ठीक भी हुए हैं। नए केस सामने आने के बाद भारत में इस वक्त कोरोना के सक्रिय मामले की कुल संख्या 87,562 हो गई है और मौत का आंकड़ा4,76,135 पहुंच गया है और 3,41,46,931 लोग ठीक भी हुए हैं।