नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर स्मार्ट एंड-टु-एंड सप्लाई चेन लॉजिस्टिक्स प्रदाता और भारत के सबसे बड़े निजी रेल फ्रेट ऑपरेटर्स में शुमार डीपी वर्ल्ड उत्तर भारत में कंटेनर वाले रेल कार्गो के विकास को समर्थन देने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसके लिए कंपनी ने पाली-रेवाड़ी, हरियाणा में अपने रेल टर्मिनल पर तीसरी लाइन की शुरुआत की है। विस्तार के इस कदम से पाली-रेवाड़ी रेल टर्मिनल की मासिक फ्रेट ट्रेन हैंडलिंग की क्षमता 25 प्रतिशत बढ़ जाएगी। डीपी वर्ल्ड अभी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सात रेल एवं इनलैंड टर्मिनल्स का संचालन करती है, जो भारतीय रेल टर्मिनल्स के बड़े नेटवर्क को जोड़ते हैं। इससे कंपनी के ग्राहकों के लिए देश के औद्योगिक केंद्रों एवं बंदरगाहों से बेहतर पहुंच एवं दक्षता सुनिश्चित होती है। अपने रेल एसेट इन्फ्रास्ट्रक्चर को विस्तार देने के लिए डीपी वर्ल्ड ने 1,800 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है। इसका लक्ष्य देशभर में मल्टीमोडल एवं सस्टेनेबल लॉजिस्टिक्स की व्यवस्था को विकसित करना है। 100 से ज्यादा कंटेनर एवं स्पेशल फ्रेट ट्रेन ऑपरेटर स्कीम (एसएफटीओ) रैक, लास्ट-माइल डिलीवरी के लिए 16 हजार से ज्यादा कंटेनर एवं ट्रेलर्स के साथ डीपी वर्ल्ड सुनिश्चित कर रही है कि भारत में लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने में रेल माल ढुलाई सेवा अग्रणी रहे। कंपनी के पास पाली, मोदीनगर, पानीपत, हजीरा, हिंडौन, अहमदाबाद और हैदराबाद में रेल टर्मिनल्स हैं। कोलकाता के सिरेमिक ट्रेडर्स को मोरबी, गुजरात के सिरेमिक मैन्यूफैक्चरर्स से जोड़ने वाली मोरबी-कोलकाता रेल फ्रेट सर्विस जैसी अनूठी रेल फ्रेट सर्विसेज के माध्यम से कंपनी विभिन्न कारोबारियों के लिए नए बाजारों तक पहुंच को आसान बना रही है। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने अपने ग्राहकों को इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन प्रदान करने के लिए मजबूत मल्टीमोडल इकोसिस्टम बनाने में भी निवेश किया है।
डीपी वर्ल्ड का पाली रेल टर्मिनल एक महत्वपूर्ण ट्रांसशिपमेंट हब के रूप में काम करता है। यहां कस्टम्स क्लियरेंस जैसी सुविधा मिलती है। साथ ही ज्यादा एफिशिएंट एवं सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन के लिए छोटे शिपमेंट को कंटेनर में कंसोलिडेट करने का विकल्प भी मिलता है। यह कंटेनर वाले कार्गो को कुछ महत्वपूर्ण बंदरगाहों जैसे मुंद्रा, पीपावाव, हजीरा और न्हावा शेवा से जोड़ता है। डबल स्टैक रैक के जरिये यह टर्मिनल एफिशिएंसी को बढ़ाता है और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) से जोड़ता है। इससे उत्तर राजधानी क्षेत्र में कमोडिटी, इंडस्ट्रियल गुड्स, ऑटोमोबाइल, एफएमसीजी, केमिकल्स एवं फार्मास्युटिकल्स समेत विभिन्न सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों को महत्वपूर्ण एक्जिम पोर्ट्स (आयात-निर्यात बंदरगाहों) और अन्य घरेलू बाजारों से आसान कनेक्टिविटी मिलती है।
डीपी वर्ल्ड ने घरेलू रेल माल ढुलाई में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि सरल, सरल-2 जैसे इनोवेटिव रेल सॉल्यूशंस और कंपनियों को बाजारों तक बेहतर पहुंच देने वाले अन्य कस्टमाइज्ड सॉल्यूशंस के दम पर संभव हुई है। सरल का अर्थ है सस्टेनेबल (पर्यावरण के अनुकूल), एश्योर्ड (सुनिश्चित), रिलायबल (भरोसेमंद) एवं एजाइल (तेज) लॉजिस्टिक्स, जिसमें दक्षिणी गुजरात की कंपनियों को डोर-टु-डोर सस्टेनेबल कार्गो सॉल्यूशन प्रदान किया जाता है और उन्हें एनसीआर क्षेत्र में व आसपास के बाजारों से जोड़ा जाता है। इसके तहत एनसीआर क्षेत्र से हजीरा पोर्ट तक 72 घंटे में कार्गो डिलीवरी सुनिश्चित की जाती है। इससे ग्राहकों के लिए ज्यादा भरोसा, कम लागत एवं 100 प्रतिशत कार्गो विजिबिलिटी संभव होती है। सरल की सफलता से प्रेरित होकर डीपी वर्ल्ड ने सरल-2 की पेशकश की है। इस सर्विस में कोस्टल, रेल एवं ट्रक ऑपरेशंस को इंटीग्रेट करके कंपनी की मल्टीमोडल क्षमताओं का लाभ लेते हुए चेन्नई की कंपनियों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को आपस में एक-दूसरे से जोड़ा जाता है। डीपी वर्ल्ड पूरे भारत में और भी रूट जोड़ने की योजना बना रही है।
परिचालन में होने वाले लाभ के अतिरिक्त, डीपी वर्ल्ड का रेल परिचालन अपने ग्राहकों को कार्बन उत्सर्जन कम करने में भी मदद करता है, जो सस्टेनेबल लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस प्रदान करने की कंपनी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। कंपनी डबल स्टेक ट्रेन का भी संचालन करती है, जिससे प्रत्येक ट्रिप में 90 टीईयू तक डिलीवर करने की क्षमता मिलती है, जिससे कार्गो का कार्बन उत्सर्जन उल्लेखनीय रूप से कम होता है। डीपी वर्ल्ड ने कार्बन इमिशन कैलकुलेटर भी पेश किया है, जिसके माध्यम से ग्राहकों को यह पता चलता है कि अलग-अलग मोड या मल्टीमोडल सॉल्यूशंस के प्रयोग से वह कितना कार्बन उत्सर्जन कम कर सकते हैं।