नई दिल्ली। केंद्र सराकर में मानव संसाधन विकासा तथा जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण राज्य मंत्री, बागपत के लोकप्रिय एवं जुझारू सांसद तथा मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त डॉ सत्यपाल सिंह जी हमेशा से ही किसानों और विशेषकर गन्ना किसानों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहे हैं। किसान भी उन्हें अपना मानकर अपनी शिकायतें सीधा उनतक पहुंचाते हैं जिनका समाधान कराने हेतु डॉ सत्यपाल सिंह ने हमेशा त्वरित प्रयास किए हैं। इसी क्रम में दो दिनों के अपने लोकसभा क्षेत्र बागपत के दौरे के समय खेकड़ा एवं मोदीनगर में तथा बुलंदशहर में, किसानों ने समूहों में आकर उनसे संपर्क किया और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की निजी क्षेत्र की चीनी मिलों की शिकायत की। किसानों ने कहा कि मुनाफाखोरी के लिए यह मिलें क्षेत्र के गन्ना किसानों को पर्ची देने के बजाय कुछ गन्ना माफियाओं के साथ सांठ-गांठ कर हरियाणा से गन्ना खरीद रही हैं।
क्षेत्र के किसान जब अपने हक के गन्ने की बिक्री हेतु पर्ची की मांग करते हैं तो उन्हें क्षमता की कमी बता कर निराश लौटा दिया जाता है। माननीय मंत्री जी ने किसानों की शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि न सिर्फ उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सरकारें बल्कि केंद्र सरकार भी किसानों के साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने मौके से ही उत्तर प्रदेश के माननीय गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री, सुरेश खन्ना, एवं गन्ना आयुक्त, संजय भूसरेड्डी जी से फोन पर बातकर किसानों की शिकायत पर संज्ञान ले कर त्वरित कार्यवाही करने हेतु आग्रह किया। डॉ सत्यपाल सिंह जी ने किसानों को भरोसा दिलाया कि चीनी मिलों के भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए वह शुरू से संघर्षरत हैं और उन्हें पूर्ण विश्वास है कि अब गन्ना किसानों की सच्ची हितैषी उत्तर प्रदेश की सरकार के सहयोग से उन्हें इसमें अवश्य सफलता प्राप्त होगी।