नई दिल्ली। भारत को इलेक्ट्रिक ऑटोमोटिव राष्ट्र के रूप में विकसित करने के सरकार के विजन के अनुरूप, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स स्टार्ट-अप ईवी मोटर्स इंडिया ने अपना पहला सार्वजनिक ईवी चार्जिंग आउटलेट ‘प्लग-एन-गो’ लॉन्च करने की घोषणा की। कंपनी 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की अनुमानित निवेश मांग के साथ अगले पांच वर्षों में भारत के विभिन्न शहरों तथा व्यवसायिक व आवासीय परिसरों में मल्टीपल चार्जिंग स्टेशनों वाले 6500 से अधिक चार्जिंग आउटलेट स्थापित करना चाहती है। इसके तहत चार्जर्स का नेटवर्क बनाया जाएगा और उन्हें ‘प्लग-एन-गो’ के अभिनव क्लाउड-आधारित एकीकृत सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाएगा। लॉन्च के अवसर पर ईवी मोटर्स इंडिया प्रा. लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री विनीत बंसल ने कहा, “देश भर में ईवीएस के विशाल बेड़े के विजन की दिशा में देश की प्रगति के लिए रियल एस्टेट डेवलपर्स, वाहन ओईएम और चार्जर निर्माताओं के बीच एक समन्वित दृष्टिकोण जरूरी है। हम अपने साझेदारों के तमाम सहयोग के लिए उनका धन्यवाद करते हैं और उम्मीद करते हैं कि उनके साथ हमारा जुड़ाव लगातार बना रहेगा।”
डीएलएफ इंडिया में ऑपरेशंस के वीपी और उत्तर भारत के क्लस्टर हेड श्री अमित मिधा ने कहा, “डीएलएफ को वैश्विक स्तर पर हरित व्यवसाय प्रथाएं बनाने के लिए सबसे आगे चलने वाला माना जाता है। यह अपने सभी परिसरों में स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों को लगातार बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है। हमारे सभी डीएलएफ साइबर सिटी भवनों के लीड प्लैटिनम प्रमाणित होने के साथ ही हमारी यह कोशिश है कि हम भविष्य के लिए तैयार हों। प्लग-एन-गो के साथ अपने जुड़ाव की घोषणा करते हुए हमें बेहद प्रसन्नता हो रही है। भारत के नव-युग के ऑटोमोटिव परिदृश्य, फास्ट ट्रैक ईवी एडॉप्टेशन और हरित परिवहन गतिशीलता की गतिकी को बदलने के उनके सफर में भागीदार बनकर हम बहुत खुश हैं। हमारे कार्यस्थलों पर ग्राहकों के प्रति हमारी प्रामाणिक प्रतिबद्धता न केवल सबसे कार्यकुशल है, बल्कि सबसे पर्यावरण हितैषी और सुरक्षित भी है।”
वन-स्टॉप-शॉप प्रदान करने के विचार के साथ, प्लग-एन-गो का लक्ष्य कस्टमाइज्ड इंस्टॉलेशन सपोर्ट, चौबीसों घंटे सेवा, रखरखाव में सहयोग और आईओएस व एंड्रॉइड प्लेटफार्मों पर आधारित प्लग-एन-गो मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से रिमोट व्हीकल चार्जिंग निगरानी और ई-भुगतान की सुविधा देना है। इसके साथ ही सभी प्रकार के दुपहिया, तीन पहिया, यात्री कारों और बसों के लिए चार्जिंग उपकरणों की श्रृंखला भी उपलब्ध कराई जानी है, जो टाइप-2, सीसीएस, सीएचए-डीई-एमओ और बीआईएस सहित वैश्विक चार्जिंग मानक का पालन करते हैं।
इस अवसर पर डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के बिजनेस हेड श्री अक्षय बरबुद्धे ने कहा, “हमें प्रसन्नता है कि हमने देश के इलेक्ट्रिक वाहन तंत्र को समग्र रूप से बदल डालने के लिए प्लग-एन-गो के साथ साझेदारी की है। प्लग-एन-गो ऊर्जा कुशल समाधान प्रदान करके जीवाश्म ईंधन आधारित परिवहन वाहनों पर निर्भरता को कम करने की दिशा में प्रतिबद्ध है, जो कि ‘पावरिंग ग्रीन मोबिलिटी’, यानी हरित परिवहन को बल देने के हमारे मिशन के अनुरूप है। इस सहजीवी जुड़ाव में डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया शुरुआत से अंतिम सिरे तक की तकनीकी सहायता के साथ अपना संपूर्ण ईवी चार्जर पोर्टफोलियो उपलब्ध कराएगा।”
प्लग-एन-गो चार्जिंग समाधान वाहन से वाहन चार्जिंग प्रस्ताव के साथ भी आता है। इसका लाभ प्लग-एन-गो मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से उठाया जा सकता है। एक लोकेशन आधारित नेटवर्किंग सिस्टम द्वारा इसका नियंत्रण और रखरखाव किया जाता है। इस सेवा के तहत, बैटरी खत्म होने के चलते कंपनी के नेटवर्क के भीतर बंद पड़े किसी भी वाहन को कंपनी के सेवा केंद्रों द्वारा उपलब्ध कराए गए एक सर्विस वाहन द्वारा 30 मिनट के भीतर इसकी चार्जिंग जरूरतों की र्ति में मदद की जाएगी।
श्री के.एन. श्रीवत्स, बिजनेस यूनिट मैनेजर – डीएम पावर कनवर्ज़न, ABB इंडिया ने कहा, “भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभरने के अग्रबिंदु पर है। इस इरादे पर आगे बढ़ने के लिए, इसे ऐसे नए युग के सुधारों और तकनीकी बदलावों को तेजी से अपनाने की जरूरत है, जो भविष्य को बदल सकने की क्षमता रखते हैं। बिजली चालित वाहन भविष्य का एक महत्वपूर्ण अंग हैं, इसलिए देश को इस क्षमता का अनुभव लेने में मदद करने के लिए प्लग-एन-गो के साथ साझेदारी कर हम बेहद प्रसन्न हैं।”
प्लग-एन-गो अगले 12 महीनों के दौरान दिल्ली एनसीआर में 20 आउटलेट स्थापित करने की योजना बना रहा है। इसके बाद बेंगलुरु, चंडीगढ़, जयपुर, अहमदाबाद, कानपुर, कोलकाता, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, अमृतसर, भुवनेश्वर, कोचीन, इंदौर और चेन्नई सहित अन्य शहरों में इसकी पहुंच का विस्तार किया जाएगा। इसके साथ ही इनमें से प्रत्येक शहर में अपने ग्राहकों को निर्बाध सहयोग मुहैया कराने के लिए सर्विस सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे।