अहमदाबाद। गुजरात में कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 8,690 ग्राम पंचायतों के चुनाव के लिए 23,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर रविवार को मतदान शुरू हो गया। गुजरात विधानसभा के लिए अगले साल दिसंबर में होने वाले चुनाव से पहले ग्राम पंचायत चुनाव को राजनीतिक दलों के लिए एक बड़ी परीक्षा माना जा रहा है। ग्राम पंचायत चुनाव का उम्मीदवार किसी राजनीतिक दल के चिह्न पर नहीं, बल्कि अपनी निजी क्षमता पर लड़ता है। बहरहाल, उम्मीदवार किसी न किसी दल से संबद्ध रहता है।
विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रमुखों और वार्ड सदस्यों को चुनने के लिए सुबह सात बजे से मतदाताओं की कतारें लगनी शुरू हो गईं। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा। मतगणना 21 दिसंबर को होगी। सरंपच के चुनाव के लिए 27,200 और पंचायत सदस्यों के चुनाव के लिए 1,19,998 उम्मीदवार मैदान में हैं।
गुजरात राज्य निर्वाचन आयोग ने बताया कि 1,165 ग्राम पंचायतों और 9,613 वार्ड में प्रतिनिधि निर्वरोध चुने गए हैं। गुजरात में इस प्रकार की पंचायतों को ‘समरस’ कहते हैं। इसने बताया कि इसके अलावा 473 सरपंच ‘‘आंशिक रूप से निर्विरोध’’ प्रक्रिया (जब नामांकनों को वापस लिए जाने के कारण सरपंच के पद के लिए केवल एक उम्मीदवार शेष बचता है) के तहत चुने गए।
ग्राम पंचायत चुनावों में हर मतदाता को दो मत डालने होते हैं-एक मत सरपंच के लिए और दूसरा मत अपने वार्ड के पंचायत सदस्य के लिए। राज्य निर्वाचन निकाय ने कहा कि अत्यधिक वार्ड संख्या के कारण इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बजाय मतपेटियों का उपयोग किया जा रहा है और 23,112 मतदान केंद्रों पर मतदान हो रहा है। चुनाव के लिए 37,451 मतपेटियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
चुनाव में कुल 1.81 करोड़ से अधिक मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे, जिनमें 93.6 लाख पुरुष और 88.3 लाख महिलाएं शामिल हैं। निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील और अत्यंत संवेदनशील घोषित किए गए लगभग 10,000 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था की है।