वैसे तो आज प्रेम दिवस है । चाकलेट डे , रोज डे जैसे दिन पार करके इस संत वेलेन्टाइन डे तक पहुंचे हैं । कुछ मीठा हो जाए की बजाय मैं कडवा ही परोस्ता रहता हूं । आज भी माफी मांगता हूं । कल इस प्रेम दिवस की परख होने वाली हैं । जींद रैली के माध्यम से । भाजपा से राज्य की जनता का कितना प्रेम बाकी हैं और कितना खत्म हो गया । जदयू से अलग हुए नेता शरद यादव ने तो खुले शब्दों में कहा कि खट्टर जी , आपको सरकार चलाने के लिए वोट दिया हैं, बाइक चलाने के लिए नहीं । सारी समस्याएं भूला कर आप बाइक शो करवाने जा रहे होने ? तीन साल बीत गये , कुछ जनता की तरफ भी नजर डालिए ।
भाजपा के केंद्रीय मंत्री चौ बीरेंद्र सिंह का मानना है कि जींद तो हरियाणा की राजनीति का तीर्थ है । यहां चौ देवीलाल, चौ बंसी लाल, चौ भूपेंद्र सिंह हुड्डा सभी ने आकर इस जगह आकर राजनीतिक यज्ञ किए । सब सफल हुए लेकिन हमारे चौ बीरेंद्र सिंह जीं अभी तक सफल नहीं हुए । जनता का मानना है कि
चौ बीरेंद्र सिंह अमित शाह को आगे करवा अपने मंगल के लिए यज्ञ करने जा रहे हैं । हो सकता हैं ।
इस बात को बल इसलिए मिल रहा है कि यशपाल मलिक ने मीडिया को बयान दिया है कि मुख्यमंत्री बनने की चाहत रखने वाले भाजपा नेताओं नेता ही हरियाणा में आग लगवाई । उन्होंने कहा कि बेशक 15 तारीख का आंदोलन स्थगित कर दिया हो लेकिन 18 तारीख को बलिदान दिवस तय समय वह और स्थान पर मनाया जाएगा । मलिक ने तो बाकायदा तीन नेताओं के नाम भी लिए हैं । अब वे नेता क्या जवाब देते हैं । यह देखना है । धनखड कह रहे हैं कि काले चिथडे दिखाने भी शाह का काफिला नहीं रूकेगा ।
उधर कमांडेंट हवा सिंह सांगवान का आरोप हैं कि यशपाल मलिक सरकार से मिला हुआ हैं । उसने अपनी राजनीति चमकाने के लिए शाह की रैली का विरोध किया था । अब हम 19 फरवरी से आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं ।
खट्टर जी की परीक्षा कल की शाह रैली के बाद भी जारी रहेगी और बडी साफ बात है कि कंपनियां अभी हरियाणा से वापिस नहीं जाएंगी । हरियाणा प्रेम दिवस मनाए या रैली नियंत्रण दिवस ? आप बताइए ?
– कमलेश भारतीय