नई दिल्ली। अजय लाखोटिया भी कई निवेशकों की तरह आत्मविश्वास से भरपूर थे। उन्हें लगता था कि उन्होंने शेयर बाजार की गहरी समझ हासिल कर ली है। लेकिन फिर आया एक कड़वा सच—80 लाख रुपये का नुकसान, जिसने उनकी सोच को पूरी तरह बदल दिया। यह सिर्फ पैसों का नुकसान नहीं था, बल्कि एक ऐसा सबक था जिसने उन्हें निवेश की दुनिया को नए नजरिए से देखने पर मजबूर कर दिया।
अजय ने महसूस किया कि भारत में लाखों लोग इस चुनौती का सामना कर रहे हैं। इसी अहसास से जन्म हुआ StockGro का—a ऐसा प्लेटफॉर्म जो लोगों को सही निवेश करने से पहले उसे सीखने का मौका देता है। 1Lattice के साथ मिलकर तैयार किए गए StockGro के ‘Investor Behaviour Index 2025’ के निष्कर्ष भी यही दिखाते हैं कि भारत में निवेश क्रांति ने पहुँच की समस्या तो हल कर दी है, लेकिन विश्वास और मार्गदर्शन की समस्या अभी भी बनी हुई है।
Investor Behaviour Index 2025 के मुख्य निष्कर्ष
93% लोग शेयर बाजार को ट्रैक करते हैं, लेकिन केवल 81% निवेश करते हैं।
42% गैर-निवेशकों का कहना है कि ‘असमझ’ उनकी सबसे बड़ी बाधा है।
महिलाओं में से केवल 23% ही खुद को शेयर बाजार के बारे में अच्छी जानकारी रखने वाली मानती हैं, जबकि 63% को वित्तीय शिक्षा मिली हुई है।
41% संभावित निवेशक अब भी Equity के बजाय बैंक डिपॉजिट को प्राथमिकता देते हैं।
युवा निवेशकों में से 45% अब पारंपरिक परिसंपत्तियों की तुलना में स्टॉक्स को प्राथमिकता दे रहे हैं।
ये आँकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि निवेश में रुचि बढ़ रही है, लेकिन संरचित शिक्षा और विश्वसनीय मार्गदर्शन के अभाव में कई लोग संकोच कर रहे हैं या गलतियाँ कर रहे हैं।
पहुंच से आगे: भारतीय निवेशकों को क्या चाहिए? अजय का नुकसान केवल पैसों का नहीं था, बल्कि एक महत्वपूर्ण सीख थी कि:
अनुभवात्मक शिक्षा – सिर्फ पढ़कर निवेश नहीं सीखा जा सकता। नए निवेशकों को एक सुरक्षित वातावरण में अभ्यास करने की जरूरत है, ताकि वे बिना वित्तीय जोखिम के सीख सकें।
विश्वसनीय और नियंत्रित मार्गदर्शन – सोशल मीडिया पर निवेश सलाह देने वालों की बाढ़ में सही और गलत की पहचान करना मुश्किल हो गया है। निवेशकों को संगठित, प्रमाणिक और विशेषज्ञ-प्रेरित शिक्षा की जरूरत है।
समुदाय-आधारित समर्थन – निवेश को व्यक्तिगत यात्रा माना जाता है, लेकिन साथ मिलकर सीखना ज्यादा प्रभावी साबित हो सकता है। सामूहिक सीखने और विशेषज्ञ मार्गदर्शन से गलतियों को कम किया जा सकता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।
भारत की संपत्ति सृजन क्रांति भारत $5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है और इसके लिए पूंजी बाजार में अधिक भागीदारी आवश्यक है। Investor Behaviour Index 2025 यह दर्शाता है कि 73% युवा निवेशक अपने निवेश को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन अजय के अनुभव से यह स्पष्ट है कि सही टूल्स और मार्गदर्शन के बिना, यह उत्साह महंगी गलतियों में बदल सकता है।
Ajay Lakhotia Journey’s—80 लाख रुपये गँवाने से लेकर StockGro बनाने तक—सिर्फ एक व्यक्तिगत सफलता की कहानी नहीं है। यह भारत के निवेशकों के परिवर्तन को दर्शाता है—जो अंधविश्वास से सीख और समझ की ओर बढ़ रहे हैं। भविष्य में निवेश की सफलता सिर्फ बाजार तक आसान पहुंच पर निर्भर नहीं करेगी, बल्कि इस पर निर्भर करेगी कि निवेशक कितने स्मार्ट और बेहतर-तैयार हैं।
यदि StockGro की यात्रा आपको प्रेरणादायक लगी, तो हम अजय लाखोटिया के साथ एक विस्तृत बैठक की व्यवस्था कर सकते हैं।