नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी डेलिगेट एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि देश की प्रथम और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री भारत रत्न इंदिरा गांधी का आज 101वां जन्म दिन है। भारतीय राजनीति में वह एक मिथक थीं और उनका कार्यकाल एक युग के तौर पर रेखांकित किया जाता है। उन्होंने राष्ट्र के संदर्भ में कई ऐसे फैसले लिये, जिनका वैश्विक स्तर पर ऐतिहासिक प्रभाव हुआ और भारत की पहचान एक मजबूत राष्ट्र के रूप में उभरी। इन फैसलों के कारण उन्हें भारत की ‘जॉन ऑफ आर्क’ और ‘आयरन लेडी’ भी कहा गया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भारत की सबसे सफल और ताकतवर प्रधानमंत्री रहीं,उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी साधना की, कड़े फैसले लिये, आलोचनाएं झेलीं। इंदिरा जी ने एक ‘लौह महिला’ के रूप में लोकप्रियता हासिल की।
कांग्रेस नेता सरफराज अहमद सिद्दीकी देश के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के 101वीं जयंती के अवसर पर अपना विचार प्रकट कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी अपनी प्रतिभा और राजनीतिक दृढ़ता के लिए विश्व राजनीति के इतिहास में जानी जाती हैं। उनका मानना था कि संतोष प्राप्ति से नहीं, बल्कि प्रयास से मिलता है और पूरा प्रयास पूर्ण विजय है। वह खुद पर यकीन करती थीं। इसी यकीन की बदौलत उन्होंने अपने कार्यकाल को भारतीय राजनीति और सत्ता का एक युग बना दिया, अपने प्रयोगों को भारत के भविष्य की लकीर बना दी और बाद की राजनीतिक पीढ़ी को एक समृद्ध-चिंतनशील परंपरा विरासत में दी। उन्हें इस बात का भरोसा था कि वह किसी अन्य भारतीय की तुलना में यह बेहतर तरीके से जानती हैं कि भारत के लिए क्या अच्छा और श्रेष्ठ हो सकता है।
एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा इंदिरा जी की भारत ही नहीं, वैश्विक राजनीति और संस्कृति, खास कर एशियाई देशों के बीच सहयोग और शांति में बड़ी देन है। इसके लिए उन्हें 1972 में भारत रत्न, 1972 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए मेक्सिकन अकादमी पुरस्कार, 1973 में एफएओ का दूसरा वार्षिक पदक, 1976 में नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा साहित्य वाचस्पति (हिंदी) जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।