नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण पूरा विश्व त्राहिमाम कर रहा है। भारत में यह लाॅकडाउन से लेकर आजतक मजदूरों की पलायन की चर्चा हर मंच पर हो रही है। ऐसे में कई लोगों ने उम्मीद भी जगाया। गुरुग्राम में रहने वाली ज्योति पासवान के सामने भी अपने बीमार पिता को गांव ले जाने की समस्या थी। गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा जिला के टेकटायर गांव जाना इतना सहज नहीं था। करीब 1200 किलोमीटर की दूरी। लेकिन, ज्योति ने अपनी हिम्मत दिखाई और महज सात दिनों में यह दूरी तय कर ली। सकुशल पिता के साथ अपने गांव पहुंचीं
ज्योति पासवान के इस जज्बे को कई मंचों पर सलाम किया गया। अब समाजसेवी क्रान्ति प्रकाश ने उसे सम्मानित करने का निर्णय लिया है। ज्योति पासवान को अबोध देवी वाल प्रतिभा पुरस्कार को दिया जाएगा। इसकी सूचना जैविक खेती अभियान के संस्थापक क्रान्ति प्रकाश ने दिया। बता दें कि प्रत्येक वर्ष गंगेया कटरा मुजफ्फरपुर में अबोध स्मृति व्याखानमाला का आयोजन किया जाता है। साथ ही बाल प्रतिभा पुरस्कार भी प्रदान की जाती है। क्रान्ति प्रकाश ने बताया कि तेरह वर्ष की ज्योति ने अपने बीमार पिता मोहन पासवान को हरियाणा से दरभंगा बिहार तक साइकिल से यात्रा की, जो अकल्पनीय है। इसके लिए हमने उसे सम्मानित करने का निर्णय लिया है। पुरस्कार सुप्रसिद्ध चिकित्सक डाक्टर सत्य प्रकाश के हाथों दिया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिल सके।