नई दिल्ली। साल 2024 के आते ही भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से लोकसभा चुनाव के एक्शन मोड में दिखाई पड़ रही है। पार्टी से जुड़े लोगों का कहना है कि मकर संक्रांति के बाद 15 जनवरी को भाजपा लोकसभा चुनाव, 2024 के लिए पहली सूची जारी कर सकती है। पार्टी की पहली सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम होंगे। साथ ही साथ पार्टी 164 कमजोर सीटों पर फोकस कर रही है।
इतना ही नहीं, जानकारी में यह भी कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर भाजपा अभी से ही अपनी रणनीति तैयार कर चुकी है।इन 14 सीटों को भाजपा कमजोर मानती है। यही कारण है कि भाजपा ने इन सीटों को लेकर अलग प्लान बना लिया है। एक बड़ी खबर यह भी है कि पार्टी 70 से ज्यादा उम्र वालों को इस बार टिकट नहीं दे सकती है। साथ ही साथ वैसे नेताओं को भी टिकट नहीं दिया जाएगा जिन्होंने तीन बार से ज्यादा लोकसभा का चुनाव जीत लिया है। यह तमाम खबरें सूत्रों के हवाले से है। हालांकि, पार्टी 2024 के लिहाज से अपनी तैयारी को पूरी तरीके से भोक्ता रखना चाहती है। पार्टी किसी भी कीमत पर विपक्षी गठबंधन के लिए कोई बड़ा स्पेस नहीं छोड़ना चाहती। खबर यह भी है कि पार्टी कई राज्यसभा सांसदों को लोकसभा का टिकट दे सकती है जिनमें कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही अगस्त में सुझाव दे चुके हैं कि राज्यसभा नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ मंत्रियों का कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है। अप्रैल में समाप्त होने वाले कार्यकाल वाले भाजपा के राज्यसभा सदस्यों में अनिल अग्रवाल, अनिल बलूनी, अशोक वाजपेयी, अनिल जैन, प्रकाश जावड़ेकर, कांता कर्दम, सुशील मोदी, समीर ओरांव, सकलदीप राजभर, जीवीएल नरसिम्हा राव, अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, विजयपाल सिंह तोमर, डीपी वत्स और हरनाथ सिंह यादव भी शामिल हैं।
भूपेन्द्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मंडाविया, अश्विनी वैष्णव, हरदीप सिंह पुरी, नारायण राणे और पुरूषोत्तम रूपाला सहित कैबिनेट मंत्री भी अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। भाजपा इनमें से कुछ को आगामी लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। कुछ मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि प्रधान, वैष्णव, रूपाला और मंडाविया जैसे मंत्रियों की चुनावी योजनाओं पर चर्चा चल रही है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में भाजपा के राष्ट्रीय सचिवों की एक बैठक भी पार्टी मुख्यालय में निर्धारित है।