नई दिल्ली। आम आदमी को एक बार फिर महंगाई का तगड़ा झटका लगा है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को घोषणा की कि तेल विपणन कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस यानी एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की है। यह बढ़ोतरी उज्ज्वला योजना और सामान्य दोनों श्रेणियों के उपभोक्ताओं पर लागू होगी।
अब सामान्य उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम का एलपीजी सिलेंडर 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये का हो गया है, जबकि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लाभार्थियों को 503 रुपये की जगह अब 553 रुपये चुकाने होंगे।
हरदीप सिंह पुरी ने स्पष्ट किया कि यह एक अस्थायी कदम है और इसकी हर 2-3 हफ्ते में समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि उत्पाद शुल्क बढ़ाने का उद्देश्य आम जनता पर बोझ डालना नहीं, बल्कि तेल कंपनियों को एलपीजी क्षेत्र में हुए करीब 43,000 करोड़ रुपये के नुकसान की भरपाई करना है।
राजस्व विभाग की अधिसूचना के अनुसार, केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल दोनों पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है, जो 8 अप्रैल 2025 से लागू होगी। अब पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर हो गया है। हालांकि, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस बढ़े हुए शुल्क का असर पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों पर नहीं पड़ेगा।
सरकार ने यह कदम केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियम, 1944 की धारा 5ए और वित्त अधिनियम, 2002 की धारा 147 के तहत जनहित में उठाया है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब अमेरिका द्वारा आयात शुल्क में भारी वृद्धि के चलते वैश्विक बाजारों में अस्थिरता देखने को मिल रही है। इसके बावजूद, ओएमसी कंपनियों ने स्पष्ट किया है कि पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा।
यह बढ़ोतरी ऐसे समय में आई है जब महंगाई पहले से ही आम आदमी की जेब पर असर डाल रही है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर कोई राहत योजना लाती है या नहीं।