संध्या कुमारी
नई दिल्ली। दिल्ली में सीलिंग के खिलाफ आज बंद का ऐलान किया गया है. दिल्ली के व्यापारियों और दुकानदारों ने मिलकर बंद का आव्हान किया है. आज दिल्ली के ढाई हजार से ज्यादा बाजारों की लाखों दुकानें आज बंद रहेंगी. बंद के ऐलान के साथ-साथ जगह-जगह रैलियां निकाली जाएंग,. धरने प्रदर्शन किए जाएंगे. इसके बाद व्यापारी दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इकट्ठा होकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे.
दिल्ली के व्यापारियों का अलग-अलग ऑर्गेनाइजेशन ने इस बंद और रैली को बुलाया है. कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स, चैंबर ऑफ ट्रेड इंडस्ट्री और वर्कर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में बंद और रैली का आह्वान किया गया है. इस महारैली में एक लाख से अधिक व्यापारियों के जुटने का अनुमान लगाया गया है. कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट), चैंबर ऑफ ट्रेड इंडस्ट्री (सीटीआई) तथा व्यापारी एवं वर्कर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में बंद और रैली का आह्वान किया गया है. इस महारैली में एक लाख से अधिक व्यापारियों के जुटने का अनुमान है. ये व्यापारी सीलिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का विरोध कर रहे हैं.
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से दिल्ली में बीते करीब तीन महीने से सीलिंग जारी है और व्यापारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश विरोध कर रहे हैं. दिल्ली में बंद और महारैली बुलाकर व्यापारी केंद्र और राज्य सरकार से कानून लाकर सरकार से सीलिंग से राहत दिलाने की मांग कर रहे हैं.
सीआईटी के संयोजक ब्रजेश गोयल और प्रमुख सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि गुरुवार को दिल्ली बंद आयोजन एतिहासिक होगा. उन्होंने बताया कि उनके इस बंद का सभी राजनीतिक दलों, सभी व्यापारिक संगठनों और करीब 2000 अन्य छोटे-मोटे संगठनों का समर्थन मिल रहा है. उन्होंने बताया कि 20 इंडस्ट्रीयल एरिया और 20 हजार ट्रांसपोर्टर भी उनके इस बंद में शामिल हो रहे हैं. उनकी मांग है कि केंद्र सरकार इस सीलिंग के खिलाफ अध्यादेश लेकर आए.सीटीआई ने बताया कि इस सीलिंग में पिछले तीन महीनों में दिल्ली की 4000 से अधिक दुकानें सील कर दी गई हैं. हजारों लोगों का रोजगार खत्म हो गया है. बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आ गए हैं. संगठन का कहना है कि सीलिंग तो की जा रही, मगर किसी के पास कोई समाधान नहीं है.