नई दिल्ली। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने इन्सॉलवेन्सी एण्ड बैंकरप्टसी बोर्ड ऑफ इण्डिया (आईबीबीआई) के साथ साझेदारी में नए जॉब रोल ‘इन्सॉलवेन्सी एसोसिएट्स’ के लिए प्रशिक्षण प्रोग्राम का लॉन्च किया। यह प्रोग्राम युवाओं को देश में तेज़ी से विकसित होते इन्सॉलवेन्सी मैनेजमेन्ट के पेशे में शामिल होने का अवसर प्रदान करेगा। अपनी तरह का अनूठा यह पाठ्यक्रम भारतीय युवाओं को करियर के बेहतर अवसर प्रदान करेगा और उन्हें देश की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने के लिए सक्षम बनाएगा। इन्सॉलवेन्सी एसोसिएट्स, इन्सॉल्वेन्सी एण्ड बैंकरप्टसी कोड (आईबीसी) 2016 के अनुसार चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स, कंपनी सचिवों एवं अन्य इन्सॉलवेन्सी पेशेवरों की मदद कर सकेंगे।
इस प्रोग्राम के लॉन्च पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए धर्मेन्द्र प्रधान, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री, भारत सरकार ने कहा कि मैं इन्सॉलवेन्सी एण्ड बैंकरप्टसी बोर्ड ऑफ इण्डिया के प्रति आभारी हूँ, जिसने इन्सॉलवेन्सी एसोसिएट प्रोग्राम के लॉन्च के लिए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय को अपना सहयोग प्रदान किया है। आजकल धोखाधड़ी के मामले चिंता का विषय बन चुके हैं, खासतौर पर तब जबकि पैसे की बात आती है। हालांकि इन्सॉलवेन्सी एवं बैंकरप्टसी कोड 2016 दिवालिएपन के मामलों को निर्धारित समय में हल करने की दिशा में बड़ा सुधार है। पांच साल पहले तक हम नहीं जानते थे कि इन्सॉलवेन्सी एसोसिएट जैसा कोई पाठ्यक्रम युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर पैदा कर सकता है। हम उद्योग जगत की आवश्यकता के अनुसार युवाओं को आधुनिक पाठ्यक्रमों जैसे ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी, आर्टीफिशियल इन्टेलीजेन्स आदि में कौशल प्रदान कर रहें हैं। कौशल प्रणाली को सशक्त बनाने के लिए हम जापान, यूएई आदि के सहयोग से रोज़गार के अन्तर्राष्ट्रीय अवसरों को प्रोत्साहित करेंगे। हम युवाओं की आवश्यकतानुसार ऐसे कई प्रोग्रामों की शुरूआत की योजना भी बना रहे हैं। हमें खुशी है कि इसी तरह की एक पहल का लॉन्च प्रतिष्ठित दिल्ली युनिवर्सिटी से किया जा रहा है।’’
वहीं, इस मौके पर एम.एस. साहू, चेयरपर्सन, इन्सॉलवेन्सी एण्ड बैंकरप्टसी बोर्ड ऑफ इण्डिया ने कहा कि इन्सॉलवेन्सी कोड द्वारा किए गए सुधार के चलते ऐसे मामलों में टर्नअराउण्ड टाईम में बदलाव आया है। जिसके कारण पेशेवरों की आवश्यकता बढ़ रही है जो निर्धारित समय अवधि में काम पूरा कर सकें। हमें खुशी है कि एमएसडीई ने इस सेक्टर में मौजूद रोजगार के अवसरों को पहचाना है। हमें विश्वास है कि इस प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण पाने वाले उम्मीदवार देश के आर्थिक विकास का हिस्सा बनेंगे और एक नव भारत के निर्माण में योगदान देंगे।’’ बता दें कि 250 घण्टे का यह पाठ्यक्रम इन्सॉल्वेन्सी कोड, कंपनी अधिनियम, अकाउन्टिंग, वैल्यूएशन एवं आधिकारिक प्रथाओं से जुड़े सभी पहलुओं को कवर करेंगा। एक अनुमान के अनुसार यह पाठ्यक्रम 15 जुलाई से शुरू हो जाएगा। इसका लॉन्च देश भर के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों तथा प्रतिष्ठित लॉ एवं कॉमर्स कॉलेज़ों के माध्यम से किया जाएगा। पाठ्यक्रम की लागत में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत छूट दी जाएगी। आईबीबीआई सफल उम्मीदवारों को इन्सॉल्वेन्सी पेशेवर एजेन्सियों में नौकरियां पाने में भी मदद करेगा। कॉमर्स, मैनेजमेन्ट, इकोनोमिक्स एवं लॉ के ग्रेजुएट तथा चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट, कॉस्ट अकाउन्टेट एवं कंपनी सचिव इस प्रोग्राम के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रोग्राम पूरा करने के बाद एसोसिएट्स अपने क्षेत्र में इन्सॉल्वेन्सी रेज़ॉल्यूशन पेशवर के सहायक के रूप में काम कर सकेंगे।