नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज केंद्रीय मंत्री जल संसाधन, नदी विकास, गंगा संरक्षण, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा पोत परिवहन मंत्रालय, भारत सरकार श्री नितिन गडकरी से उनके आवास 2, मोतीलाल नेहरू प्लेस, नई दिल्ली में मुलाकात की। इस अवसर पर बिहार के जल संसाधन मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह, मुख्य सचिव, बिहार श्री अंजनी कुमार सिंह, भारत सरकार के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव श्री यू0पी0 सिंह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने बिहार में जल संसाधन परियोजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में केन्द्रीय मंत्री से गहन परिचर्चा की। उन्होंने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना- त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (ए0आई0बी0पी0) के अंतर्गत राज्य में चल रही योजनाओं के प्रगति पर विचार-विमर्श किया। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी से इन सभी परियोजनाओं के सफल एवं ससमय क्रियान्वयन पर विशेष रूप से ध्यान देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि बिहार के किसानों की उन्नति के लिए बिहार सरकार प्रतिबद्ध है। इस बैठक में दुर्गावती सिंचाई परियोजना, पुनपुन परियोजना, कोसी योजना, पश्चिमी गंडक नहर परियोजना, बटेश्वर स्थान नहर परियोजना एवं अन्य परियोजनाओं में प्रगति की समीक्षा की गई। जल संसाधन मंत्री श्री सिंह ने विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों यथा नेपाल के इलाके में चल रही परियोजनाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने केन्द्रीय सहायता राशि की उपलब्धता में आ रही समस्याओं के बारे में प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने बिहार सरकार के अधिकारियों को निदेश देते हुए कहा कि एक विस्तृत एजेन्डावार प्रतिवेदन भारत सरकार को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी से इन प्रतिवेदनों के आधार पर शीघ्र समीक्षा बैठक आयोजित कर सभी परियोजनाओं को ससमय पूरा करने में सहयोग प्रदान करने अनुरोध किया। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि बिहार बाढ़ की विभीषिका से हर साल प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में भी बिहार में भीषण बाढ़ आयी थी। 4,600 (चार हजार छः सौ) करोड़ रूपया आकस्मिकता निधि से राहत अनुदान के तौर पर बाँटा गया। हर साल चार हजार से पाँच हजार करोड़ रूपया बाढ़ पीड़ितो को राहत प्रदान करने में खर्च किया जाता है। नेपाल से आने वाला पानी बिहार एवं पडोसी राज्यों यथा उŸार प्रदेश में भी तबाही लाता है। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि बाढ़ की तबाही हर साल झेलने के बावजूद बिहार का कृषि विकास दर बहुत अच्छा है। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि नदियों में जमा गाद (ैपसज) की समस्या को शीघ्र हल करना आवश्यक है ताकि बिहार एवं पड़ोसी राज्यों को बाढ़ की तबाही से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने बाढ़ प्रबन्धन को प्राथमिकता प्रदान करने का अनुरोध केन्द्रीय मंत्री से किया। उन्होंने इस विषय पर नेपाल से सहयोग प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने कहा कि उनके और माननीय मुख्यमंत्री की राय में कोई अन्तर नहीं है। मुख्यमंत्री श्री कुमार द्वारा दिये गये सुझावों पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी। समस्याओं का वैज्ञानिक तरीके से समाधान खोजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक से ऋण उपलब्ध कराने में भी वे भरपूर सहयोग प्रदान करेंगे। बैठक के पश्चात माननीय मुख्यमंत्री श्री कुमार एवं केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने जीरो एमिशन वेहिकल ई-आॅटो रिक्शा तथा एथेनाॅल बेस्ड मोटर साइकिल एवं आॅटो रिक्शा का ट्रायल देखा। इसके पश्चात मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि एथेनाॅल से संचालित वाहन काफी किफायती होता है। साथ ही जीरो एमिशन वेहिकल आॅटो रिक्शा तथा एथेनाॅल बेस्ड मोटर साइकिल एवं आॅटो रिक्शा से आज की ज्वलंत समस्या प्रदूषण को भी नियंत्रण करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने ऐसे वाहनों को व्यावसायिक रूप से प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि सबसे ज्यादा मोटर माइकिल की बिक्री बिहार में ही होती है। साथ ही गुड़, फसलों के डंठल एवं विभिन्न बायोमास से एथेनाॅल का उत्पादन सुगमता से किया जा सकता है। अतः प्रदूषण रोकने वाले वाहनों को बढावा दिया जा सकता है।पत्रकारों के एक सवाल पर मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि लोकसभा एवं विधानसभाओं का चुनाव साथ-साथ कराने पर वे सैद्धान्तिक एवं वैचारिक रूप से सहमत हैं। इससे चुनावों का खर्च कम होगा एवं निर्वाचित सरकारों को काम करने के लिए अधिक समय मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने के लिए संवैधानिक प्रावधानों को पूरा करना होगा। इसमें काफी समय लगेगा। अतः लोकसभा-विधानसभाओं का चुनाव साथ-साथ कराने का कोई तात्कालिक संभावना नजर नहीं आती है। इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री के सचिव श्री अतीश चंद्रा, स्थानिक आयुक्त बिहार श्री विपिन कुमार, परिवहन सचिव, बिहार श्री संजय कुमार अग्रवाल एवं अन्य भी उपस्थित थे।