कमलेश भारतीय
लीजिए पदक जीत लाए हरियाणा के खिलाड़ी कामनवेल्थ गेम्स में । हरियाणा का गौरव बढाया और पदक जीतने में हरियाणा का प्रतिशत अधिक । लेकिन अब सम्मान पर बलाली की फौगाट बहनों ने दंगल शुरू कर दिया है । वैसे भी आमिर खान इनके जीवन पर आधारित दंगल फिल्म बना कर इन्हें सम्मान दे चुके हैं । इसी तरह कपिल शर्मा के शो कामेडी नाइट्स विद कपिल में भी अपने पिता महावीर फौगाट के साथ आईं । आमिर खान ने भी अपने शो में इन्हें आमंत्रित किया था , जिससे दंगल फिल्म बनाने का आइडिया मिला ।
फौगाट बहनों ने खट्टर सरकार पर खेल नीति के आधार पर पुरस्कारों की राशि न देने का आरोप जडा हैं । इनके साथ हरियाणा के ग्यारह खिलाड़ी भी जुड़े और खेल मंत्री अनिल विज के समझाने के बावजूद ये पदक विजेता टस से मस नहीं हुए , जिसके चलते सरकार ने ऐन मौके पर घोषित सम्मान समारोह रद्द कर दिया । इसके पीछे अनिल विज का कहना है कि ये खिलाड़ी हरियाणा के तो हैं लेकिन रेलवे या अन्य एजेंसियों की ओर से खेलते हैं और उन्हें उन एजेंसियों से भी मानदेय मिलता है । बात थोडी समझने की है । खिलाड़ी हरियाणा के हैं , इसमें संदेह नहीं पर दूसरी एजेंसियों से भी मानदेय मिलता है तो इसी आधार पर उनका वही मानदेय काट कर सम्मान राशि दी जाएगी । इससे फौगाट बहनें नाखुश हैं । उनका साथ अन्य ग्यारह पदक विजेता जुड गये हैं लेकिन अब विज नयी खेल नीति के आधार पर ही सम्मान देने की बात कह रहे हैं । इस प्रकार नयी नीति खेल नीति के बाद ही सम्मान समारोह की घोषणा की है । वैसे सरकार की नीति यही होती है कि मामला लटका दिया जाए जिससे कि खिलाडियों का उसी राशि को स्वीकार करने का मन बन जाए ।
सम्मान राशि पर नीति और कूटनीति व दंगल जारी है । दंगल के दांव फौगाट बहनें अच्छी तरह जानती हैं जबकि राजनीतिक दांव अनिल विज जानते हैं । देखना हैंं कि धोबी पछाड़ दांव किसका लगता हैंं और कौन अपनी बात मनवाने में सफल होता है ?
खिलाड़ी कह रहे हैं कि पहले मेहनत करो फिर सम्मान राशि के लिए संघर्ष करो । हरियाणा की बल्ले बल्ले भी करो और चुपचाप कटौती राशि वाला चैक मुस्कराते हुए प्राप्त कर सरकार के गुणगान भी करो । यह नहीं होगा । अब होगा किसी नहीं ? बोलो फौगाट बहनों । फौगाट बहनों ने ये भी कहा कि यदि ऐसी शर्त है तो हमें हरियाणा सरकार नौकरी ही क्यों नहीं दे देती ?