देहरादून। उत्तराखंड के मंत्री प्रकाश पंत का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को अमेरिका में निधन हो गया। 58 वर्षीय पंत इलाज के लिए पिछले कुछ समय से अमेरिका में थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने उनके निधन पर शोक जताया है। उत्तराखंड में तीन दिन का शोक घोषित किया गया है।
पिथौरागढ़ से विधायक प्रकाश पंत को रावत सरकार में बेहद महत्वपूर्ण और ज्ञानवान सदस्य के रूप में जाना जाता था। उत्तराखंड सरकार में संसदीय कार्य और वित्त मंत्रालय के अलावा उनके पास कई महत्वपूर्ण विभागों का प्रभार था। साल 2017 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने पर उन्हें मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों में शामिल माना जा रहा था।
उनके निधन की खबर से शोक की लहर छा गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उनके निधन पर शोक जताया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उत्तराखंड के वित्त मंत्री श्री प्रकाश पंत के निधन से दुख हुआ है। उनके सांगठनिक कौशल ने भाजपा को मजबूती प्रदान की और प्रशासनिक दक्षता ने उत्तराखंड के विकास में योगदान दिया। उनके परिवार एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पंत के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते इसे निजी क्षति बताया है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए यह एक छोटे भाई को खो देने जैसा है। सबको साथ लेकर चलने की कुशलता, वित्तीय मामलों पर ज्ञान, विपक्ष के हर तीखे वार का मीठी मुस्कान से जवाब देना, ये सब अब यादों में रहेगा। पार्टी ने आज एक मजबूत स्तंभ खोया है।दुःखद घड़ी में ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और परिजनों को सांत्वना प्रदान करने की कामना करता हूं।’’ रावत ने कहा, ‘‘उन्होंने राज्य के बनने के बाद राज्य के विकास को एक दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह राज्य और भाजपा के लिए महान क्षति है।’’
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में तीन दिन का शोक घोषित किया गया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने भी पंत के निधन पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘भाजपा नेता और उत्तराखंड के वित्त मंत्री श्री प्रकाश पंत जी के आकस्मिक निधन की खबर सुनकर आहत और स्तब्ध हूँ। यकीन नहीं हो रहा है कि हमेशा प्रसन्नचित्त रहने वाले प्रकाश पंत जी हमारे बीच में नहीं रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रकाश पंत आप, आपके कार्य और आपके विचार हमेशा उत्तराखंड के जनमानस को प्रेरणा देते हुए हम सभी के हृदय में जीवित रहेंगे।’’ केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘‘वे एक सच्चे राष्ट्रसेवक, व्यवहार कुशल और शालीन राजनेता ही नहीं, बल्कि एक आत्मीय व्यक्तित्व थे। उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से क्षति हुई है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा व शोकाकुल परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दें।’’