नई दिल्ली। सत्ता की कुर्सी और उसकी हनक का एहसास एक बार हो जाए , तो आसानी से जाती नहीं है। कुर्सी बड़ी हो या छोटी, कुर्सी तो आखिर कुर्सी होती है। यही बात शायद उत्तरी दिल्ली नगर निगम की पूर्व मेयर प्रीति अग्रवाल के साथ है। मेयर बनीं थीं, काफी खुश थी। जब तक रहीं, मीडिया की सुर्खियों में आती रहीं। लेकिन, अब मेयर की कुर्सी गए दो महीना से अधिक हो गया है, लेकिन अपने नाम के साथ मेयर देखना ही उन्हें सुहाता है।
यह बात कोई और नहीं, बल्कि उनके इलाके में लगे साईनबोर्ड बता रहे हैं। स्थानीय लोगों से बात की गई, तो लोगों ने मुस्कुरा भर दिया। हाय री कुर्सी! बता दें कि अप्रैल महीने के तीसरे सप्ताह में भाजपा ने दिल्ली के तीनों नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर को बदल दिया था। उत्तरी दिल्ली में प्रीति अग्रवाल की जगह आदेश गुप्ता को नया मेयर बना दिया। अब जून का तीसरा सप्ताह चल रहा है, लेकिन, रोहिणी में लगे साईन बोर्ड यही बता रहे हैं कि मेयर तो प्रीति अग्रवाल ही है!