नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को राफेल डील पर कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा सवाल उठाए जाने पर कहा कि यह दो सरकारों के बीच हुई सीधी डील है। कांग्रेस समझ ले कि इसमें न कोई बिचौलिया है, न किसी को दलाली दी जाने वाली है और न कोई क्वात्रोच्ची है। मगर कांग्रेस को यह समझ नहीं आ रहा है कि सरकार सीधे दूसरे सरकार से हथियारों की कोई डील कर सकती है, क्योंकि उसके समय में हथियारों की डील का मतलब ही बिचौलिये और दलाली ही होता था।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह पर सवाल उठाने और प्रधानमंत्री से जवाब मांगने को भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने शर्मनाक और ओछी मानसिकता बताया। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जय शाह ने न तो सरकार से कोई ठेका लिया, न सरकार से किसी तरह का पैसा लिया और न ही सरकारी मदद या प्रावधान का कोई लाभ लिया। जय शाह ने किसी भी अन्य व्यापारी की तरह एक व्यापार किया और उसमें उन्हें घाटा भी हुआ। उसके टर्न ओवर को लाभ बताने से पहले राहुल गांधी को अपने साथी पी. चिदम्बरम से क्लास लेनी चाहिए थी।
जय शाह के मामले की रॉबर्ट वाड्रा के मामले से तुलना किए जाने को भी प्रकाश जावड़ेकर ने अनुचित बताया। उन्होंने कॉबर्ट वाड्रा ने एक कंपनी से 8 करोड़ रुपए लेकर उसी की जमीन खरीदी, फिर हरियाणा सरकार से उसका भू-उपयोग परिवर्तन (लैंड यूज चेंज) कराने के बाद, तीन महीने में उसकी कीमत 50 करोड़ पहुंचने के बाद उसी आदमी को बेच दी, जिससे 8 करोड़ रुपये लेकर खरीदी थी। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह होता है भ्रष्टाचार। जय शाह के निजी व्यापार में सरकार को कोई भी विभाग कहीं से कहीं तक शामिल नहीं है।