जयपुर। संभावना है कि वर्ष 2022 तक भारत में स्वास्थ्य सेवाओं का बाजार 372 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूत माँग, स्वास्थ्य सेवा के बारे में जागरूकता बढ़ने, बीमा की स्वीकृति बढ़ने और स्वास्थ्य सेवा के मानकों को बेहतर बनाने के लिए सरकार के जोर देने से स्वास्थ्य सेवाओं के बाजार का रुझान वृद्धि की तरफ है।
गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से, राजेंद्र और उर्सुला जोशी समूह ने आज आरयूजे हाॅस्पिटल्स प्राइवेट लिमिटेड की घोषणा की है। यह ग्रुप जयपुर, राजस्थान में 150 शैयाओं वाला मल्टी-सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल ला रहा है, जो क्रिटिकल केयर, सीटीवीएस, कार्डियोलॉजी, न्यूरोसाइंसेस, ऑन्कोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में सुपर स्पेशिएलिटी के साथ सबसे अच्छी हेल्थकेयर सेवाएं प्रदान करेगा, जिसमें नेफ्रोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी आदि का बैकअप होगा। यह अस्पताल 2 साल के भीतर कार्य करने लगेगा।
स्विट्जरलैंड स्थित वैज्ञानिक से उद्यमी बने डॉ राजेंद्र कुमार जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी (आरयूजे समूह) ने जयपुर में एक अनुकरणीय व्यापार मॉड्यूल की स्थापना की है जिसमें कौशल प्रशिक्षण के साथ-साथ समुदाय और अर्थव्यवस्था में अधिकतम योगदान के सहारे सार्थक रोजगार के अनुकूल माहौल उपलब्ध कराना शामिल है। इसे एक प्राचीन चीनी कहावत के सहारे सबसे अच्छा समझा जा सकता है, जिसमें कहा गया है कि अगर आप एक आदमी को खाने के लिए एक मछली देते हैं, तो आप उसके लिए एक दिन के खाने का इंतजाम करते हैं, लेकिन अगर आप उसे मछली पकडना सिखाते हैं, तो आप उसके लिए जीवन भर के खाने का इंतजाम करते हैं।
आरयूजे हाॅस्पिटल्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ नलिन जोशी कहते हैं, “यह अस्पताल मुख्य रूप से जयपुर के पश्चिम क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करेगा, जहां फिलहाल मल्टी सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं और देखभाल की कमी है। और हम इसे ग्रीन हॉस्पिटल बिल्डिंग की अवधारणा पर भी बना रहे हैं।”
राजस्थान में स्वास्थ्य देखभाल संबंधी खर्च बहुत अधिक है और स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के कुल खर्च का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा लोग खुद ही वहन करते हैं। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की तलाश में लोगों को बडे शहरों का रास्ता नापना पडता है। इन शहरों में यात्रा संबंधी और दूसरे तमाम खर्चे भी उन्हें ही वहन करने होते हैं।
भारत में आधुनिक कौशल विकास के जनक, आरयूजे ग्रुप के संस्थापक डॉ राजेंद्र कुमार जोशी ने कहा, “भारत सरकार स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए सभी के लिए स्वास्थ्य पर फोकस कर रही है। हम जानते हैं कि भारत में दक्षताओं और सामग्री के मामले में स्वास्थ्य सेवा को राष्ट्रीय स्तर पर अनेक गंभीर मुद्दों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए हम बेहतरीन देखभाल और बेहतरीन सुविधाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करके राष्ट्रीय लक्ष्य में योगदान करने का प्रयास कर रहे हैं। यह मल्टी-सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल स्वास्थ्य देखभाल के लिए भारत के बड़े शहरों की यात्रा करने की आवश्यकता को पूरा करेगा। हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि एक व्यक्ति जो चिकित्सा संकट में अस्पताल में लाया जाता है, उसे विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ उपकरण और बेहतरीन डॉक्टरों की सेवाएं अस्पताल में उपलब्ध होंगी। साथ ही स्विस विशेषज्ञों की टीम भी भारतीय विशेषज्ञों के साथ मिलकर इस अस्पताल में काम करेगी।‘‘
आरयूजे हाॅस्पिटल्स दरअसल राजस्थान के स्वास्थ्य सेवा उद्योग का नया चेहरा होगा। यह परिसर 3.5 एकड़ से अधिक भूमि में फैला होगा। अस्पताल में क्रिटिकल केयर, सीटीवीएस, कार्डियोलॉजी, न्यूरोसाइंसेस, ऑन्कोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के लिए अलग-अलग फ्लोर होंगे, जिनमें नेफ्रोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी आदि का बैकअप होगा। आरयूजे हाॅस्पिटल्स में क्राॅस कल्चर का माहौल होगा, साथ ही इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल संबंधी सेवाएं भी यहां उपलब्ध होंगी। इस संस्था की स्थापना भारत में चिकित्सा देखभाल के उच्चतम मानकों को उपलब्ध कराने के उद्देश्य के साथ देखभाल, करुणा और प्रतिबद्धता के साथ रोगियों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के मार्गदर्शक सिद्धांत के तहत की गई है।