नई दिल्ली। दिल्ली के जिला अदालतों सहित उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट्स की संख्या लाखों में है। इसमें हजारों ऐसे हैं, जिनके पास निजी यातायात की सुविधा वर्तमान में उपलब्ध नहीं है। इस संबंध में जब दिल्ली बार कौंसिल का चुनाव लड रहे एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि यह कई वकीलों के लिए समस्या है। एक अदालत से दूसरी अदालत आने जाने के लिए यातायात के सुलभ साधन नहीं है। न तो दिल्ली मेट्ो की कनेक्टेविटी है और न ही दिल्ली परिवहन निगम के बसों की। उन्होंने कहा कि दिल्ली बार कौंसिल का चुनाव जीतने के बाद हमारी कोशिश होगी कि हम बसों की सुविधा उपलब्ध कराएं। हमारी कई साथी जो निजी वाहनों से आते-जाते हैं, यदि सार्वजनिक परिवहन की सुविधा हो जाएगी, तो उसका उपयोग कर सकते हैं। एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि दिल्ली के कडकडूमा, पटियाला हाउस, तीस हजारी, रोहिणी, साकेत कोर्ट और दिल्ली बार कौंसिल के सीरी फोर्ट स्थित कार्यालय का आपस में बेहतर कनेक्टेविटी होनी चाहिए। साथ ही हमारी कोशिश होगी कि हम जिला अदालतों के साथ दिल्ली उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट को भी आपस में विशेष यातायात सुविधा से जोडें।