Sawan 2022 : सावन के पहले दिन महाकालेश्वर में पूजा सुबह 3 बजे से ही शुरु

 

नई दिल्ली। भगवान शिव की आराधना का पवित्र श्रावण मास आज से प्रारंभ होकर 12 अगस्त तक रहेगा। भगवान शिव की आराधना का पवित्र श्रावण मास आज से प्रारंभ होकर 12 अगस्त तक रहेगा। कामदा एकादशी, हरियाली अमावस्या, श्रावणी तीज, नागपंचमी, रक्षाबंधन जैसे व्रत-त्योहार, पर्व भी आएंगे।

मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में आज विशेष पूजा हुई। महाकाल मंदिर समिति के पंडित महेश पुजारी ने बताया कि श्रावण मास के पहले दिन भगवान महाकालेश्वर के द्वार सुबह 3 बजे खोले गए। भगवान गणेश, पार्वती, कार्तिक, नंदी और भगवान भोलेनाथ सभी का पंचामृत स्नान संपन्न हुआ। भस्मारती का आनंद भी भक्तों ने उठाया।

श्रावण मास में आने वाले चारों सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा श्रृंगार होगा। साथ ही प्रत्येक मंगलवार को माता पार्वती की प्रसन्नता और सुख सौभाग्य की प्राप्ति के लिए मंगला गौरी व्रत भी किया जाएगा।

श्रावण के प्रमुख व्रत :

16 जुलाई- संकट चतुर्थी, चंद्रोदय रात्रि 9.49, सूर्य कर्क में रात्रि 10.56, बुध कर्क में रात्रि 12.10

18 जुलाई- श्रावण प्रथम सोमवार, महाकालेश्वर सवारी

19 जुलाई- प्रथम मंगला गौरी व्रत

20 जुलाई- कालाष्टमी

24 जुलाई- कामदा एकादशी व्रत

25 जुलाई- श्रावण द्वितीय सोमवार, सोम प्रदोष व्रत, महाकालेश्वर सवारी

26 जुलाई- द्वितीय मंगला गौरी व्रत

26 जुलाई- मास शिवरात्रि

28 जुलाई- हरियाली अमावस्या

29 जुलाई- गुरु वक्री रात्रि 2.11 से, बुध उदय पश्चिम में सायं 7.05

31 जुलाई- हरियाली तीज, सिंजारा

1 अगस्त- श्रावण तृतीय सोमवार, विनायक चतुर्थी, सोलह सोमवार व्रत प्रारंभ, महाकालेश्वर सवारी

2 अगस्त- तृतीय मंगला गौरी व्रत, नाग पंचमी

4 अगस्त- तुलसीदास जयंती

6 अगस्त- शुक्र कर्क में

8 अगस्त- चतुर्थ श्रावण सोमवार, पवित्रा एकादशी व्रत

9 अगस्त- चतुर्थ मंगला गौरी व्रत, पवित्रा द्वादशी व्रत, भौम प्रदोष व्रत

10 अगस्त- मंगल वृषभ में 11 अगस्त- भद्रा प्रात: 10.40 से रात्रि 8.53 तक पश्चात

12 अगस्त- श्रावणी पूर्णिमा, सूर्योदय से प्रात: 11.12 बजे तक रक्षाबंधन, गायंत्री जयंती, संस्कृत दिवस

 

 

 

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