पटना। आजकल हृदय रोग एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। बदलती जीवनशैली, खान-पान की आदतों और बढ़ते तनाव ने इस बीमारी को आम बना दिया है। हृदय रोग एक गंभीर बीमारी है लेकिन इसे रोका जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाकर आप हृदय रोग से बच सकते हैं। हृदय रोग के बढ़ते खतरों पर वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. बीबी भारती ने दी लोगों को यह सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आपका हृदय आपकी सबसे कीमती संपत्ति है, इसकी देखभाल में लापरवाही ने बरतें।
डॉ. भारती ने कहा कि असंतुलित आहार, शारीरिक गतिविधि की कमी, धूम्रपान, मोटापा, तनाव, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसे कारक हृदय रोग के प्रमुख कारण हैं। सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, थकान, पैरों में सूजन और दिल की धड़कन का तेज होना इसके प्रमुख लक्षण हैं।
उन्होंने हृदय रोग से बचाव के लिए संतुलित आहार लेने, नियमित व्यायाम करने, धूम्रपान छोड़ने, वजन नियंत्रित रखने, तनाव प्रबंधन करने, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच करवाने और मधुमेह को नियंत्रित रखने की सलाह दी।
डॉ. भारती ने हृदय रोग से जुड़े कई मिथकों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मानते हैं कि हृदय रोग केवल बुजुर्गों को होता है या यह आनुवंशिक होता है। मगर सच्चाई यह है कि हृदय रोग किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है और इसे रोका भी जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हृदय रोग के रोगियों के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। उन्हें कम वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। जैसे कि फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले दूध। हृदय रोगियों को नमक, चीनी और संतृप्त वसा का सेवन कम से कम करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयों का नियमित सेवन करना भी जरूरी है।