सीमेंस ने सीमेंस एक्ससेलेरेटर पर 100 डिजिटल उपयोग के मामलों की महत्वपूर्ण उपलब्धि; चार इकोसिस्टम साझेदारों, की घोषणा की

 


नई दिल्ली। सीमेंस लिमिटेड ने खाद्य और पेय, डेटा सेंटर, वाणिज्यिक भवन, पावर यूटिलिटीज और अन्य जैसे कई उद्योगों में भारत के लिए प्रासंगिक 100 डिजिटल उपयोग और संदर्भ मामलों को शामिल करके अपने सीमेंस एक्ससेलेरेटर प्लेटफॉर्म के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। सीमेंस एक्ससेलेरेटर एक खुला और विकसित हो रहा डिजिटल बिजनेस प्लेटफॉर्म है जिसके व्यापक पोर्टफोलियो को सावधानी से चुनकर तैयार किया गया है जिसमें सीमेंस और प्रमाणित तृतीय पक्षों से डिजिटल और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) -सक्षम ऑफ़र (सॉफ़्टवेयर, हार्डवेयर और डिजिटल सेवाएं) शामिल हैं। सीमेंस एक्ससेलेरेटर पोर्टफोलियो का एक हिस्सा इंडस्ट्रियल ऑपरेशंस एक्स है, जो औद्योगिक उत्पादन को स्वचालित करने और बिल्डिंग एक्स – जो बिल्डिंग ऑपरेशंस को डिजिटल बनाने, प्रबंधित करने और अनुकूलित करने के लिए एक स्केलेबल डिजिटल बिल्डिंग प्लेटफॉर्म है, को संचालित करने के लिए एक खुला और इंटरऑपरेबल पोर्टफोलियो है।

 

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), कॉन्सेप्ट इंजीनियर्स, सेफेक्स टेक्नोलॉजीज और सोनिकबोल्ट टेक्नोलॉजीज को सीमेंस एक्ससेलेरेटर इकोसिस्टम साझेदारों के रूप में घोषित किया गया था- जो संगठनों के डिजिटल रूपांतरण पर दूरगामी प्रभाव डालने वाला एक महत्वपूर्ण घटक है।

 

टीसीएस, सीमेंस एक्ससेलेरेटर के साझेदार के रूप में कनेक्टेड डिजिटल एंटरप्राइज के लिए समग्र समाधान प्रदान करने हेतु परामर्श प्रक्रिया के माध्यम से ग्राहकों के साथ जुड़ेगी। ये समाधान सिमुलेशन, औद्योगिक स्वचालन, आईओटी, औद्योगिक बढ़त, 5जी, साइबर सुरक्षा, उत्पाद और एप्लीकेशन लाइफ साइकिल प्रबंधन, विनिर्माण निष्पादन प्रणालियों, उद्यम संसाधन योजना निर्माण, उद्यम परिसंपत्ति प्रबंधन और लो-कोड एप्लिकेशन डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में टीसीएस की विशेषज्ञता पर आधारित होंगे। कॉन्सेप्ट इंजीनियर्स, सेफक्स टेक्नोलॉजीज और सोनिकबोल्ट टेक्नोलॉजीज एचवीएसी, अग्नि सुरक्षा और सुरक्षा प्रणालियों के एकीकृत भवन प्रबंधन समाधान और एकीकरण सेवाएं प्रदान करेंगी। इनमें एनर्जी ऑप्टिमाइज़ेशन, बिल्डिंग इंफॉर्मेशन मॉडलिंग इंटीग्रेशन, डिजिटलाइजेशन, क्लाउड-बेस्ड ऑफरिंग और बिल्डिंग ऑटोमेशन के साथ-साथ बिल्डिंग एक्स के लिए भी एकीकरण सेवाएं शामिल हैं।

 

सीमेंस एजी के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी और रणनीति अधिकारी पीटर कोएर्टे ने कहा, “हमने पिछले एक साल में सीमेंस एक्ससेलेरेटर के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है और एक शक्तिशाली इकोसिस्टम विकसित कर रहे है। इस दौर में जबकि भारत की अर्थव्यवस्था अगले 7-8 वर्षों में अपने सकल घरेलू उत्पाद को दोगुना करने के लक्ष्य से अपनी उच्च विकास गति को जारी रख रही है, भारतीय कंपनियों के पास सीमेंस एक्ससेलेरेटर पोर्टफोलियो – जिसमें इंडस्ट्रियल एआई, इंडस्ट्रियल एज, डिजिटल ट्विन और 5 जी जैसी नवीनतम प्रौद्योगिकियां शामिल हैं, का लाभ उठाकर अपने डिजिटल रूपांतरण में तेजी लाने का एक अनूठा अवसर प्रस्तुत हुआ है।”

 

सीमेंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील माथुर ने कहा, “हमने भारत से संबंधित 100 डिजिटल उपयोग के ऐसे मामलों की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जो अब सीमेंस एक्ससेलेरेटर प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं। अपने सीमेंस एक्ससेलेरेटर इकोसिस्टम साझेदारों के साथ मिलकर, हम भारत में डिजिटलाइजेशन और डीकार्बोनाइजेशन समाधानों की बढ़ती मांग पूरी करने में अपना योगदान करने में सक्षम होंगे।”

 

रेगु अय्यास्वामी, ग्लोबल हेड, आईओटी और डिजिटल इंजीनियरिंग, टीसीएस, ने कहा, “टीसीएस ग्राहकों के व्यापक पोर्टफोलियो में इन्डस्ट्रियल आईओटी और डिजिटल इंजीनियरिंग के विषय में गहन जानकारी और सीमेंस एक्सेलेरेटर द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले विभिन्न समाधानों में विशेषज्ञता का समावेश करती है। टीसीएस के ‘ब्रिंगिंग लाइफ टू थिंग्स’ फ्रेमवर्क का उपयोग करके, विभिन्न उद्यम डिजिटल इंटेलिजेंस के भौतिक संदर्भ के अनुरूप उत्पादों को प्रस्तुत करके, डिजिटल उत्पाद निर्माण में तेजी लाकर, न्यूरल मैन्युफेक्चरिंग (कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके विनिर्माण की प्रक्रिया को ज्यादा कुशल बनाना) संभव करके और विनिर्माण प्रक्रिया को संधारणीय स्वरूप में तैयार करके कनेक्टेड डिजिटल एंटरप्राइज़ से ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं।”

 

मुंबई में आयोजित सीमेंस इंडिया इनोवेशन डे 2023 के चौथे संस्करण में उपयोग के कई मामले प्रदर्शित किए गए, जहां सीमेंस ने आइडियाज मार्केटप्लेस, को-लैब्स और सीमेंस एक्ससेलेरेटर हब के माध्यम से डिजिटल रूपांतरण पर कई प्रौद्योगिकी नवाचारों और ग्राहक संदर्भों का प्रदर्शन किया।

 

सीमेंस इनोवेशन डे 2023 में दिए गए अपने मुख्य भाषण में, पीटर कोएर्टे ने इन्डस्ट्रियल मेटावर्स की क्षमता के बारे में विशेष रूप से उल्लेख किया, जो हमेशा चालू रहने वाली दुनिया है, जहां वास्तविक मशीनों और कारखानों, इमारतों और शहरों, ग्रिड और परिवहन प्रणालियों को वर्चुअल दुनिया में प्रतिबिंबित किया जाता है। इसमें डिजिटल ट्विन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एज और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को एकीकृत करके वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने की क्षमता मौजूद है। यह यूज़र को इमारतों और पावर ग्रिड या सर्विसिंग मशीनों को डिज़ाइन करने इत्यादि जैसे विभिन्न परिदृश्यों को सिमुलेट करने और उनका परीक्षण करने और वास्तविक चीजों पर वर्चुअल रूप से, रियल टाइम में, और कहीं से भी काम करने में सक्षम बनाएगी। इसके परिणामस्वरूप लागतों, प्रदूषण उत्सर्जन और उपयोग होने वाले संसाधनों में कमी आएगी।

 

भारत के उद्योग के लिए प्रमुख चुनौतियों को स्वीकार करते हुए, सीमेंस ने अपने हालिया पेपर में उन पांच मेगाट्रेंड्स पर प्रकाश डाला, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था को रूपांतरित कर रहे हैं। इन मेगाट्रेंड्स को शासन शक्ति के भू-राजनीतिक संतुलन को बदलते हुए और दुनिया भर के कार्यबल पर गहरा प्रभाव डालते हुए देखा जा रहा है, इन प्रभावों में शामिल है: जनसांख्यिकीय रूपांतरण, शहरीकरण, ग्लोकलाइजेशन (विश्व भर के उत्पादों, सेवाओं, या सामग्री को स्थानीय या क्षेत्रीय बाजारों की आवश्यकताओं और पसंदों के अनुसार समयोजित करना), पर्यावरण परिवर्तन और संसाधन दक्षता, और डिजिटलाइजेशन। सीमेंस का लक्ष्य इन चुनौतियों से निपटने के लिए सीमेंस एक्ससेलेरेटर भागीदारों के साथ मिलकर समाधान प्रस्तुत करना है।

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