रायबरेली किसान आंदोलन शहीद दिवस 7जनवरी को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सिविल लाइंस स्थिति आवास में अनेक स्वयंसेवी संस्थाओं ने सम्मानित किया वन्देमातरम गान से शुरू हुये आयोजन की आयोजक एनजीओ सारथी की सचिव श्रीमती निरुपमा सिंह रहीं। श्रीमती प्रभा द्विवेदी शाल भेंट किया तथा उमा सिंह गुलदस्ते से एवं अनेकों एनजीओ के प्रतिनिधि जनों ने फूल मालाओं से सम्मान किया साथ ही परिजात संस्था की सचिव सुषमा सिंह परिचर्चा करते हुए बताया कि श्री चौहान मौरावां स्कूल में झण्डा ऊंचा रहे हमारा गाना गाने पर स्कूल से निष्कासित कर दिया गया था तभी क्रांतिकारी विचार धारा में परिवर्तन हुआ था इसके बाद हिन्दू हाईस्कूल में दाखिला लिया परन्तु अंग्रेजों के प्रति ज्वाला भभकती रही और 13अगस्त1942में छात्रों का नेतृत्व करते हुए जलूस निकाला जिसमें गोली मारने का आदेश दिया गया था लेकिन तत्कालीन कलेक्टर सरदार रंधावा ने गोली मारने का आदेश पर रोक लगा दिया था और कुछ साथियों गिरफ्तार किया गया था जेल के साथ साथ आर्थिक सजा भी दिया गया यातनायें दी गई थी जेल से निकलने के बाद विनोबा भावे के भूमि आंदोलन के लिए काम करने लगे।
गौरतलब है श्रीकांत चौहान जी ने ना तो स्वतंत्रता सेनानियों को मिलने वाली पेंशन लिया और ना ही अन्य सुविधाएं लिया इस मौके पर शिवपाल स्मारक निधि महिला कल्याण समिति परिवर्तन आदर्श महिला संस्थान उमा बाल विद्या मंदिर हंसवाहिनी सेवा संस्थान जनहित सोसायटी प्रज्ञाजन कल्याण संस्थान किरण शुक्ला भूतेश राज महेंद्र शुक्ला उषा सिंह साजिया सफी पीताम्बर आदि सहभागिता दिया।