नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दादागिरी पर अंकुश लगाने का काम किया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इस मामले की सुनवाई करने के बाद कोलकाता पुलिस आयुक्त को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया। साथ ही पश्चिम बंगाल मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और कोलकाता पुलिस आयुक्त को अवमानना का नोटिस भी दिया। कोर्ट के इस फैसले के बाद मंगलवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ईरानी ने कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश का स्वागत करता है, दीदी की दादागिरी पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अंकुश लगाया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को जवाब दाखिल करने को कहा है कि उन्होंने सीबीआई के निष्पक्ष जांच में क्यों बाधा उत्पन्न की। साथ ही ईरानी ने कहा कि पुलिस ने सारदा चिटफंड मामले में दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की। उन्होंने कहा कि जो कॉल रिकॉर्ड सीबीआई ने पेश किया और जो पुलिस ने दिया था उसमें अंतर था।
भाजपा नेताओं की रैली को पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा अनुमति न दिए जाने पर स्मृति ईरानी ने कहा कि ममता सरकार प्रशासनिक ढांचे का दुरुपयोग करके सिर्फ रैली नहीं रोक रही बल्कि इससे पहले भी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कई कार्यक्रमों में अड़ंगा लगाया गया।