नई दिल्ली । केंद्र सरकार द्वारा 12 साल से कम उम्र के बच्चों से दुष्कर्म पर मौत की सजा के प्रस्ताव के बाद दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि वह नए कानून के लागू होने तक अपना अनशन खत्म नहीं करेंगी। मालीवाल के अनशन का शुक्रवार को आठवां दिन रहा। जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ व उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में मालीवाल ने बीते सप्ताह राजघाट पर अपना अनशन शुरू किया और दोषी दुष्कर्मियों के खिलाफ सख्त कानून के तत्काल क्रियान्वयन की मांग की। उन्होंने कहा, “हर रोज सरकार द्वारा अदालतों में हलफनामे जमा किए जाते हैं। जब तक कानून लागू नहीं होता, मैं नहीं रूकूंगी। नाबालिगों के साथ दुष्कर्म के दोषियों को छह महीने के भीतर मौत की सजा का कानून होना चाहिए।”
इससे पहले दिन में केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय से कहा कि वह 12 साल से कम के बच्चों से दुष्कर्म करने वालों को मौत की सजा का प्रस्ताव कर रहे हैं। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, “स्वाति मालीवाल बधाई। अब आपको अनशन खत्म करना चाहिए। हम सभी को अब इन कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन पर काम करना चाहिए और बाकी की मांगों के लिए काम जारी रखना चाहिए।” इस पर मालीवाल ने कहा कि वह केजरीवाल के आग्रह का सम्मान करती हैं, लेकिन वह अनशन नहीं खत्म करेंगी।