नई दिल्ली। टाटा पावर के देशव्यापी संसाधन एवं ऊर्जा संरक्षण अभियान क्लब एनर्जी राष्ट्र निर्माण पर रणनीतिक ध्यान देते हुए देश भर में लगातार संसाधन संरक्षण के बारे में जागरूकता को बढ़ावा दे रहा है। वित्त वर्ष 2016-17 में भी अपनी कोशिशों को जारी रखते हुए क्लब एनर्जी ने प्राथमिक संपर्क प्रोग्राम और इस परिस्थिति के प्रति संवेदनशील बनाकर नई दिल्ली के करीब 2,40,085 नागरिकों को इस उद्देश्य के प्रति जागरूक बनाया और शहर में 8,84,456 यूनिट बिजली की बचत की।
नई दिल्ली में टाटा पावर के क्लब एनर्जी अभियान से स्कूलों में अभी 4836 एनर्जी चैंपियंस और 2861 एनर्जी एंबेसडर्स जुड़े हुए है। टाटा पावर के ’एनर्जी कंजरवेशन प्रोग्राम’ या ’ऊर्जा संरक्षण प्रोग्राम’ को शहर के 25 स्कूलों में पेश किया गया है और इसका उद्देश्य नागरिकों को दैनिक जीवन में ऊर्जा के प्रभावी प्रबंधन और संरक्षण के बारे में षिक्षित एवं जागरूक करना है। 2016 में इस अभियान ने आपदा प्रबंधन पर एक नया आॅनलाइन माॅड्यूल लाॅन्च किया, जिसका उद्देश्य आपदाओं से बचने के लिए जागरूकता एवं सतर्कता कदमों के बारे में जानकारी का प्रसार करना था।
इस संदर्भ में टाटा पावर के सीईओ एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल सरदाना ने कहा कि टाटा पावर करीब पिछले 10 साल से ऊर्जा संरक्षण के हमारे अभियान को क्लब एनर्जी के तौर पर सफलतापूर्वक चला रही है। नई दिल्ली में छात्र समुदाय व लोगों को ऊर्जा संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों की कमी जैसे विशय पर संवेदनशील बनाकर इस अभियान को शानदार सफलता मिली है। इस शानदार उपलब्धि को हासिल कर टाटा पावर में हम बेहद गर्व और खुशी की अनुभूति कर रहे हैं। मैं इस अवसर पर अपने पार्टनरों, छात्रों, षिक्षकों, प्रिंसिपल, टीचर्स और अभिभावकों का आभार जताना चाहूंगा कि उन्होंने यह सफलता हासिल करने में हमारी मदद की।
असल में, क्लब एनर्जी की कहानी की शुरूआत 2007 में मंुबई के 12 स्कूलों से हुई थी। प्रायोगिक प्रोग्राम में बच्चों को ऊर्जा संरक्षण के विभिन्न फायदों के बारे में बताया गया और उन्हें इस संदेष का प्रसार करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। समय के साथ कंपनी का विकास हुआ और इस प्रोग्राम का भी। साल 2008 तक यह प्रोग्राम मुंबई और बेलगाम के 48 स्कूलों में पहुंच चुका था। वहीं मुंबई तक सीमित यह प्रोग्राम 2009 में देशव्यापी हो गया। 2011 में इस प्रोग्राम में संसाधन संरक्षण माॅड्यूल और नैतिक एवं लोक मूल्यों को शामिल किया गया, जिससे क्लब एनर्जी का दायरा और बढ़ गया।