नई दिल्ली। मंजिल उन्ही को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है। पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से ही उड़ान होती है। इन पंक्तियों को चरितार्थ कर रही हैं 17 वर्षीय ताइक्वांडो नेशनल चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता निकिता चंदेल। कम उम्र में चुस्ती और स्फूर्ति से भरपूर निकिता चंदेल देश को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने की तमन्ना रखती हैं। स्वर्ण पदक विजेता निकिता चंदेल के सम्मान में शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली के ब्रहम्पुरी घौंडा स्थित संध्या सीनियर सेकेंड्री पब्लिक स्कूल में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उत्तर पूर्वी जिले के डीसीपी अजीत कुमार सिघंला मुख्य अतिथि रहे। सिंघला ने चैम्पियनशिप विजेता निकिता चंदेल को सम्मानित किया। कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व विधायक मतीन अहमद ने उपस्थित लोगों को संंबोधित करते हुए कहा कि बदलते समय में बेटियां भी बेटो की तरह कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। आज ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां बेटियों ने अपनी पहचान न बनाई हो। वहीं, कार्यक्रम में उपस्थित निकिता चंदेल के पिता राजू चंदेल ने कहा कि मेरी तीन बेटियां हंै। मैंने अपनी बेटियों को बेटो की तरह है पाला है। उन्होंने कहा कि बेटियों की मेहनत और हमारे आर्शिवाद ने निकिता आज इस मुकाम पर पहुंची है। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से काफी प्रभावित हैं। और हम यहां उपस्थित सभी अविभावकों व अन्य लोगों से अपील करते हैं कि आप सभी भी अपनी-अपनी बेटियों को बढ़ाए ताकि वे सब भी अपनी पहचान बना सके। इस मौके पर स्कूल के प्रधानाचार्य व शिक्षकों ने भी अपने स्कूल की छात्रा निकिता का हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम में कर्मवीर चंदेल, स्थानीय पार्षद,पूर्वी दिल्ली सांसद प्रतिनिधि सहित अन्य लोग उपस्थित थे।