लखनऊ। कानपुर के पूर्व पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा में शामिल होने के बाद असीम अरुण ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा ने मुझे लोकसेवा का बड़ा अवसर दिया है। उन्होंने कहा, “मेरे लिए वीआरएस लेने का निर्णय आसान नहीं था, मेरी नौ वर्ष की सेवा बची थी और मेरे पास और ऊंचे पदों पर जाने का अवसर था लेकिन मेरे सामने लोक सेवा का अवसर है।” अरुण ने कहा, ‘‘ मैं समझता हूं कि प्रधानमंत्री की सोच दुर्लभ है और भाजपा की सबसे बड़ी विशेषता नये नेतृत्व को विकसित करना है। उन्होंने कहा कि जिस परिकल्पना के अनुरूप मुझे अवसर दिया गया है, मैं उसके अनुरूप कार्य करुंगा।”
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी रहे अरुण ने भाजपा सरकार की सराहना करते हुए दावा किया कि पिछले पांच वर्ष का कार्यकाल कानून-व्यवस्था के लिए बहुत बेहतर था और पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को काम करने के लिए इससे पहले कभी इतना सुखद अवसर नहीं मिला।
उत्तर प्रदेश कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने हाल में कानपुर के पुलिस आयुक्त पद पर रहते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ली थी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और केंद्रीय मंत्री तथा पार्टी के सह चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में असीम अरुण को पार्टी की सदस्यता दिलाई। खबरों में दावा किया जा रहा है कि भाजपा असीम अरुण को उनके गृह जिले कन्नौज से विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बना सकती है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि असीम अरुण एक बेहतरीन अधिकारी रहे हैं और उनके पिता पूर्व पुलिस महानिदेशक श्रीराम अरुण ने अपराधियों के खिलाफ हमेशा सख्ती से कार्य किया। उन्होंने कहा कि असीम अरुण ने भी कभी किसी नेता के दबाव में किसी गुंडे को नहीं छोड़ा और भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर वह पार्टी में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि असीम अरुण ने नक्सलियों, आतंकवादियों और अन्य बड़े अपराधियों को अपने कार्यकाल के दौरान गिरफ्तार किया।