प्रवीण कुमार झा
दरभंगा। 21 से 23 नवम्बर तक आयोजित होने वाले मिथिला विभूति पर्व समारोह की विधिवत शुरूआत 21 नवम्बर की प्रातः वेला मे विद्यापति चौक स्थित महाकवि विद्यापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने उपरांत मिथिला के पारंपरिक परिधान में शोभा यात्रा के साथ होगा। शोभा यात्रा प्रभारी विनोद कुमार झा एवं विजय कांत झा इस शोभा यात्रा की तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हैं। जिसमें शहर के विभिन्न मोहल्लों एवं इसके सीमावर्ती गांव से निकलने वाली शोभायात्रा शहर की विभिन्न मार्गों एवं चैक-चैराहों से होते हुए विद्यापति चैक पर एकत्रित होगी। तदुपरांत आकाशवाणी रोड होते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर, कामेश्वर सिंह दरभंगा विश्वविद्यालय परिसर, केंद्रीय पुस्तकालय होते हुए श्यामा मंदिर पहुंचेगी । इस क्रम में इस मार्ग में पड़ने वाले मिथिला विभूतियों क्रमशः पंडित सुरेंद्र झा श्सुमनश्, महाराज महेश ठाकुर, महाराज रमेश्वर सिंह, ललित नारायण मिश्र, डा भीमराव अम्बेडकर, महाराज कामेश्वर सिंह, बाबा नागार्जुन आदि की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया जाएगा।
पहले दिन के कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 15 व्यक्तियों को मिथिला विभूति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। जिनमें झारखंड सरकार के मंत्री राज पलिवार, राधाकांत ठाकुर, राम चंद्र मधुकर, डॉ नारायण झा, जगदीश चंद्र ठाकुर श्अनिलश्, अशोक चंचल, रामलोचन ठाकुर, श्रीमती निर्मला झा, रविंद्र कुमार दिवाकर, सियाराम चैधरी, डॉली सरकार, बुद्धिनाथ झा एवं पं अजय नाथ झा श्शास्त्रीश् सहित महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान के चेयरमैन हीरा कुमार झा के नाम शामिल है। संस्था का यह सम्मान श्चेतना समिति, पटना को दिया जाएगा। पहले दिन के कार्यक्रम में श्डॉ गणपति मिश्र चिकित्सा सेवी सम्मान से डीएमसीएच के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ ओम प्रकाश एवं श्इन्द्रकान्त झा सम्मानश् से साहित्यकार लक्ष्मण झा श्सागरश् को भी सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम के पहले दिन विद्यापति सेवा संस्थान की मुख पत्रिका श्अर्पणश् के विशेष व सामान्य अंक का लोकार्पण भी किया जाएगा। इस दिन नेपाल की विभिन्न टोलियों के द्वारा मैथिली नाटक की प्रस्तुति भी दी जाएगी।
समारोह के दूसरे दिन श्मिथिला-मैथिली के विकास मे अटल बिहारी वाजपेयी जीक योगदानश् विषयक राष्ट्रीय सेमिनार एवं भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। सेमिनार प्रभारी मणिकांत झा ने बताया कि सेमिनार के लिए प्रस्तावित विषय पर दो दर्जन से अधिक आलेख प्राप्त हुए हैं, जिन्हें पुस्तकाकार किए जाने का कार्य अंतिम चरण में है और समारोह के दूसरे दिन एमएलएसएम कॉलेज के सेमिनार कक्ष में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस पुस्तक का लोकार्पण किया जाएगा।
कवि सम्मेलन के बारे में जानकारी देते हुए आयोजन समिति के तकनीकी प्रभारी प्रवीण कुमार झा ने बताया कि समारोह के दूसरे दिन संध्या बेला में आयोजित कवि-गोष्ठी में विगत वर्ष इस मंच से पठित कविताओं का संग्रह श्काव्यार्पणश् का लोकार्पण करने उपरांत कवि गोष्ठी प्रभारी डॉ अशोक कुमार मेहता के संयोजन में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के विभिन्न कोनों एवं नेपाल से आए तीन दर्जन से अधिक कवि अपनी रचनाओं के माध्यम से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। कवि सम्मेलन में शामिल होने वाले कवियों में दिल्ली की विभा कुमारी, बेगूसराय की मेनका मल्लिक व रूपम झा, सहरसा के कमल मोहन चुन्नू व शैलेंद्र शैली, पटना के रजनीश प्रियदर्शी, मधुबनी के उदय चंद्र झा श्विनोदश्, सतीश मेहता साजन, डॉ दिलीप कुमार झा, मैथिल प्रशांत, पुतुल प्रियंवदा, अजीत आजाद, जनकपुर (नेपाल) के रामभरोस कापड़ि व रौशन जनकपुरी, समस्तीपुर के राजीव रंजन झा, सुपौल की अलका वर्मा, खुटौना के डॉ महेंद्र नारायण राम, दरभंगा के डॉ जय प्रकाश चैधरी श्जनकश्, मणिकांत झा, चंद्रमणि झा, फूल चंद्र झा प्रवीण, हरिश्चंद्र हरित, दिनेश झा, कौशलेश चैधरी, शंभु नाथ मिश्र श्आसीश्, शंभु नाथ मिश्र, चंद्रमोहन झा श्पड़वाश्, शंकर देव झा, सुमित मिश्र श्गुंजनश्, प्रियरंजन एवं गुफरान जिलानी आदि ने अपनी सहमति दे दी है। इस भव्य कवि सम्मेलन में बोकारो के बुद्धिनाथ झा, दिल्ली की श्रीमती कुमकुम झा, एवं जगदीश चंद्र ठाकुर श्अनिलश् को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। समारोह के तीसरे दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।